जयपुर. युवा सेवा कार्यों से जुड़ें व सेवा कार्य करने के लिए प्रेरित हों, इस उद्देश्य से सेवा भारती समिति राजस्थान ने सेवा सदन में ‘सेवा में युवा’ कार्यशाला का आयोजन किया. कार्यक्रम में मुख्यवक्ता सह क्षेत्र प्रचारक निंबाराम जी ने कहा कि सेवा की शुरुआत हमें अपने घर में अपने दादा-दादी, माँ-पिताजी व बड़ों की सेवा से करनी चाहिए. उसके बाद समाज में जरूरतमंदों की हर सम्भव सहायता व सेवा करनी चाहिए. सेवा कार्यों के लिए स्वामी विवेकानंद हमारे आदर्श हैं. हम उनके कथन “नर सेवा- नारायण सेवा” को अपने जीवन में उतार कर सेवा के पथ पर आगे बढ़ सकते हैं. कार्यक्रम में 200 युवाओं ने सहभाग किया. सेवा भारती के क्षेत्र प्रचार मंत्री व कार्यक्रम के संयोजक उदय सिंह कुन्तल जी ने कार्यक्रम की प्रस्तावना रखी व मंचस्थ अथितियों व अन्य पदाधिकारियों का परिचय कराया. सेवा भारती के क्षेत्र संगठन मंत्री मूलचन्द जी सोनी ने सेवा भारती के उद्देश्यों व कार्यों के बारे में बताया. वक्ताओं ने युवाओं को सेवा कार्यों हेतु समर्पण के लिए प्रेरित किया. कार्यक्रम का समापन कल्याण मंत्र से हुआ.