शिमला (विसंकें). बजरंग दल शिमला ईकाई ने उपायुक्त शिमला रोहन चंद ठाकुर के माध्यम से राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को जम्मू – कश्मीर में भारतीय सेना पर पत्थरबाजों के षडयंत्र के संदर्भ में ज्ञापन भेजा. ज्ञापन में मांग की गई कि जम्मू – कश्मीर में पत्थरबाजों के खिलाफ एवं उनका समर्थन करने वालों के खिलाफ सेना को कार्यवाही करने की छूट दी जानी चाहिए. इससे भारतीय सेना का मनोबल बढ़ेगा. बजरंग दल के प्रदेश संयोजक राजेश शर्मा ने कहा कि वीर सैनिक भारत माता की सीमाओं की सुरक्षा के लिए दिन रात लगे हुए हैं. उनकी आतंकियों से मुठभेड़ होती है, उसी समय कश्मीर के कुछ युवा अलगाववादियों के बहकावे में आकर सेना पर पत्थरों से हमला कर देते हैं. उनके इस दुस्साहस के कारण पाकिस्तानी सेना एवं आतंकियों द्वारा बर्बरतापूर्वक व्यवहार किया जा रहा है जो बेहद निंदनीय है.
आज सारा देश एकमत से आतंकियों तथा पाकिस्तानी सेना द्वारा भारतीय सेना के जवानों पर की गई बर्बरता निंदा करता है. उन्होंने मांग की कि भविष्य में ऐसी घटनाओं का मुंह तोड़ जवाब दिया जाए. बजरंग दल सभी जिला केंद्रों से आतंकवाद तथा उसका समर्थन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही के लिए उपायुक्तों एवं उपमंडलदंडाधिकारियों के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेज रहा है. आतंकवाद का समर्थन करने वाले पत्थरबाजों के खिलाफ भी आतंकवादियों जैसी कठोर कार्यवाही की जाए. उन्होंने कुछ देश विरोधी आचरण वाले लोगों पर चिंता प्रकट करते हुए कहा कि जब भी सेना पर पत्थर फैंकने वालों पर सेना द्वारा कोई कार्यवाही की जाती है तो कुछ तथाकथित मानवाधिकार संगठन पत्थरबाजों के समर्थन में खड़े हो जाते हैं. वे सैनिकों पर दंडात्मक कार्यवाही के लिए विवश कर देते हैं, जिससे सेना का मनोबल टूटता है. जब भी कश्मीर घाटी में आपदा आई, हमारे वीर सैनिकों ने सेवा की, बाढ़ आने पर स्वयं के प्राण गंवाकर भी कश्मीरियों की जान बचाई है. भारतीय सेना देश के इस जन मन गण का गौरव है और सेना का अपमान राष्ट्र को आक्रोशित करता है.