जयपुर (विसंकें). प्रदेश में चरमराती कानून व्यवस्था को लेकर एक तरफ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जयपुर में राज्य के पुलिस अधीक्षकों व उच्चाधिकारियों के साथ वन-टू-वन मीटिंग करके निर्देश दे रहे थे कि दूसरी तरफ राजधानी के ही आगरा रोड के पास स्थित खोनागोरियन क्षेत्र में मुस्लिम युवक ने अखबार वितरण कर रहे मुन्ना वैष्णव नामक व्यक्ति की सरेराह हत्या कर दी. दिनदहाड़े युवक की हत्या के बाद लोगों रोष व्याप्त हो गया. बड़ी संख्या में लोगों ने जगतपुरा बायपास रोड़ पर जाम लगा दिया. जहां पुलिस ने भीड़ को हटाने के लिए लाठीचार्ज कर दिया. जिसमें दर्जनभर से अधिक लोग घायल हो गए.
जयपुर शहर सहित प्रदेश में प्रतिदिन बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर अब आमजन में आक्रोश बढ़ने लगा है, लेकिन सरकार अपराध नियंत्रण की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है.
मुन्ना वैष्णव प्रतिदिन की तरह 05 सितंबर को भी अखबार वितरण करने के साथ ही बकाया कलेक्शन भी कर रहा था. खोनागोरियन क्षेत्र में रफीक से बकाया मांगने पर दोनों में कहासुनी हो गई. कुछ देर बाद ही रफीक ने कुल्हाड़ी से मुन्ना पर हमला कर दिया. आरोपित ने मोटरसाइकिल पर बैठे मुन्ना के सिर व पीठ पर कई वार करके निर्दयतापूर्वक हत्या कर दी.
हत्या के बाद बवाल की सूचना पर मौके पर अतिरिक्त पुलिस दल पहुंचा. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे जाम खोलने के लिए तैयार नहीं हुए. इस पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को वहां से खदेडऩा शुरू किया. जिससे अफरातफरी मच गई. लाठीचार्ज और भगदड़ के कारण कई लोग घायल हो गए. पुलिस ने मृतक के शव को स्थानीय अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया.
इससे पूर्व भी झालावाड़ में ऋषि जिंदल, अलवर में हरीश जाटव व जोधपुर में जोरावरसिंह की बेरहमी से हत्या कर दी गई. इनके अलावा आए दिन पथराव व मारपीट की घटनाओं ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं.