गुजरात (विसंकें). राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ गुजरात प्रांत के संघचालक मुकेश भाई मलकान ने अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा के संदर्भ में जानकारी दी. कर्णावती में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि प्रतिनिधि सभा में सरकार्यवाह भय्याजी जोशी द्वारा वार्षिक वृतांत प्रस्तुत किया गया. संघ कार्य स्थिति के विषय में मुकेश भाई ने बताया कि वर्तमान समय में 36,867 स्थानों पर 56,859 शाखा, 13,784 साप्ताहिक मिलन एवं 8226 संघ मण्डली कार्यरत हैं. संघ शिक्षा वर्ग में 33,233 स्थानों पर से 1,12,520 स्वयंसेवकों की उपस्थिति रही. शारीरिक विभाग के अंतर्गत इस वर्ष 63,836 स्वयंसेवकों द्वारा 15 करोड़ 67 लाख प्रहार लगाये गए.
सेवा विभाग के तत्वावधान में विकसित होते हुए विभिन्न प्रयोग चल रहे हैं. संपूर्ण देश में विभिन्न राज्यों में स्वयंसेवकों द्वारा संचालित न्यासों के माध्यम से लगभग 1,52,388 सेवा कार्य चल रहे हैं. 3 से 5 अप्रैल, 2015 को अखिल भारतीय स्तर पर भव्य ‘‘सेवा संगम’’ दिल्ली में आयोजित किया गया. ‘‘सेवा संगम’’ में सभी राज्यों से 700 से अधिक सेवा संस्थाओं से 3,050 प्रतिनिधि सहभागी हुए.
उन्होंने बताया कि गुजरात प्रांत में वर्तमान में 1,402 शाखाएं, 820 साप्ताहिक मिलन, 710 संघ मंडल कार्यरत हैं. गुजरात प्रांत में सरकार्यवाह भय्याजी की उपस्थिति में एक सामाजिक सदभाव बैठक का आयोजन किया गया. 74 जाति-बिरादरियों से 183 महानुभाव बैठक में उपस्थित रहे थे. समसामायिक विषयों पर संतोषजनक चर्चा रही. ग्राम विकास कार्यकर्ता सम्मेलन उत्तर गुजरात में गांधीनगर के निकट ‘‘माणसा’’ ग्राम में संपन्न हुआ. 7 जिलों से 45 खंडों से 137 ग्राम के 411 कार्यकर्ता उपस्थित रहे, सम्मेलन में जैविक कृषि, जल संधारण, सप्तसंपदा संरक्षण, पंचगव्य आदि विषयों पर प्रशिक्षणात्मक चर्चा हुई. व्यसन मुक्ति के विषय में एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि समाज में कुरीतियों को मिटाने के लिये संघ हमेशा ही जागरण का कार्य करता रहता है.
प्रतिनिधि सभा में तीन प्रस्ताव पारित हुए. जिसमें पहला प्रस्ताव प्रभावी स्वास्थ्य रक्षा एवं सस्ती व सुलभ चिकित्सा की आवश्यकता पर था. दूसरा प्रस्ताव गुणवत्तापूर्ण एवं सस्ती शिक्षा सबको सुलभ हो विषय पर था. तीसरे प्रस्ताव में दैनन्दिन जीवन में समरसतापूर्ण व्यवहार करने पर अनुरोध किया गया है. उन्होंने बताया कि गुजरात में समरसता से संबंधित 1000 से अधिक कार्यक्रम किये गए हैं. गणवेश परिवर्तन के विषय में कहा कि संघ के गणवेश में समयानुकूल परिवर्तन होते रहे हैं, उसी क्रम में पिछले 5 वर्ष से यह विषय विचाराधीन था. इस वर्ष गणवेश में निकर के स्थान पर भूरे रंग की पेंट को शामिल किया गया है. पत्रकार परिषद मे प्रांत प्रचार प्रमुख श्री प्रदीप भाई जैन, महानगर प्रचार प्रमुख अभिमन्यु सम्राट उपस्थित थे.