देहरादून (विसंकें). विश्व संवाद केन्द्र ने 05 अप्रैल को श्री रामनवमी कार्यक्रम का आयोजन 15 तिलक रोड, भाऊराव देवरस कुंज में किया. कार्यक्रम में उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता विनोद नौटियाल जी ने मुख्य वक्ता के रूप में वर्तमान समय में श्री राम जी की प्रासंगिकता विषय पर अपने विचार रखे. उन्होंने कहा कि भगवान राम कण-कण में विद्यमान हैं, जीवन-मरण में हमारे साथ है. व्यवहारिक जीवन में हमारे दुःख, सुख, मुसीबत, हर्ष उल्लास आदि अनेक ऐसे क्षण हैं, जिनमें हम भगवान राम के नाम को हे राम! हाय राम! आदि अनेक उच्चारण में प्रयुक्त करते हैं. हमें राम जी के जीवन्त कर्तव्यों को रामलीला, नाटक आदि के माध्यम से मनोरंजन के कार्यक्रम तक सीमित न रखकर उनके जीवन कृत्यों को अपने जीवन में अपनाना होगा. उनके साहस व कर्तव्य निष्ठता जैसे भाव, जिससे उन्होंने अपने माता की आज्ञा के पालन के लिए 14 वर्षों तक वन में व्यतीत किए, को हमें अपने जीवन में उतारना होगा. उन्होंने कहा कि जब इण्डोनेशिया जैसा एक मुस्लिम बहुल देश भगवान राम के आदर्शों को अपने व्यवहारिक जीवन में समाविष्ट कर रहे हैं तो आज हमें भी श्रीराम के विचारों को अपनाने में कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए. आज यदि हमें अपने विश्व गुरु के स्थान को फिर से हासिल करना है तो हमें श्री राम के विचारों के प्रति गहन विचार करना होगा.
कार्यक्रम के अध्यक्ष वाडिया हिमालय भूविज्ञान संस्थान के निदेशक डॉ. अनिल गुप्ता जी ने कहा कि श्रीराम ने हमें जो सत्यव्रत, पूजा का पाठ सिखाया, उससे हम आज के युग में खतरनाक बीमारियों, बैक्टिरिया, वायरस आदि को समाप्त कर सकते है. उन्होंने बताया कि आज हम यज्ञ पूजा-पाठ करते हैं, उससे हमारा वातारण शुद्ध होता है और उपवास से हमारा शरीर आरोग्य बनता है. अतः हमें श्रीराम के विचारों के प्रति गहनता से अध्ययन कर अपने जीवन में उतारना होगा.
कार्यक्रम में प्रख्यात भजन गायक विनोद शर्मा, राजेश शर्मा बन्धुओं ने अपने मधुर स्वर में राम के भजनों का गायन कर श्रोताओं को भाव विभोर किया. धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम संयोजक रीता गोयल जी ने किया और कार्यक्रम का संचालन महानगर प्रचार प्रमुख हिमांशु अग्रवाल जी ने किया. कार्यक्रम में गणमान्यजन उपस्थित थे.