रोहतक (विसंकें). राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के उत्तर क्षेत्र संघचालक डॉ. बजरंग लाल गुप्त जी ने कहा कि संघ पिछले 91 वर्षों से समाज में कार्य कर रहा है. संघ का सपना है कि भारत स्वाभिमानी, शक्तिशाली, समृद्ध, संस्कारित एवं समरस भारत बने. क्षेत्र संघचालक जी श्री लालनाथ हिन्दू कॉलेज रोहतक में चल रहे द्वितीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग के समापन समारोह में स्वयंसेवकों तथा स्थानीय नागरिकों को सम्बोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यक्रम में आपने जो अभी शारीरिक कार्यक्रमों का प्रदर्शन देखा, उनसे ही स्वयंसेवकों के मन में राष्ट्रभाव एवं मातृभक्ति का भाव पैदा होता है. इन संस्कारों से संस्कारित व्यक्ति ही देश की सारी समस्याओं का समाधान कर सकेगा. संघ हमेशा देश में विपत्तियों के समय अग्रिम पंक्ति में खड़ा रहता है. वर्ष 1947 का कबायली आक्रमण हो या वर्ष 1962 का चीनी आक्रमण या वर्ष 1965 का पाकिस्तानी आक्रमण हो, संघ के स्वयंसेवक निर्भीकता के साथ देश की सेना के साथ खड़े रहे हैं. देश में समय-समय पर आने वाली प्राकृतिक आपदाओं और अनेकों विपत्तियों के समय संघ के स्वयंसेवक डटे रहे.
डॉ. बजरंग लाल जी ने कहा कि हमारे यहां चरखी दादरी में भी दो हवाई जहाजों के टकराने की दुर्घटना सम्पूर्ण विश्व में चर्चा का विषय रहा है. इसमें मुस्लिम समुदाय के लोग दुर्घटना में मारे गए, इसके बावजूद स्वयंसेवकों ने जिस मनोभाव से काम किया, यह एक अनुपम उदाहरण है. संघ का स्वयंसेवक न किसी प्रलोभन में काम करता है और न किसी भय से. स्वयंसेवक भारत माता की जय बोलता हुआ कार्य करता है. परमात्मा के आशीर्वाद और आप सबके सहयोग से संघ निरंतर राष्ट्र साधना करता रहा है, आगे भी करता रहेगा.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ उत्तर क्षेत्र का द्वितीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग 29 मई से रोहतक में चल रहा था, जिसका 18 जून को समापन हो गया. वर्ग में दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, जम्मू-काश्मीर तथा हिमाचल प्रदेश के 365 स्वयंसेवकों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया. समापन कार्यक्रम में स्वयंसेवकों ने आसन, सूर्य नमस्कार, नियुद्ध, खेल तथा व्यायाम योग और घोष का प्रदर्शन किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता पीजीआईएमएस रोहतक के कुलपति डॉ. ओपी कालड़ा ने की.
ऐसे वर्गों से होता युवाओं का चरित्र निर्माण – कालड़ा
संघ शिक्षा वर्ग के समापन कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पंडित भगवत दयाल स्वास्थ्य विज्ञान विवि के कुलपति डॉ. ओपी कालड़ा ने कहा कि ऐसे वर्गों से युवाओं को एक दिशा मिलती है. चाहे बात चरित्र निर्माण की हो या देश के प्रति समर्पण का भाव, ऐसे वर्गों से युवा चारित्रिक रूप से सबल होते हैं. युवा चारित्रिक रूप से सबल होंगे तो समाज सबल होगा और उससे राष्ट्र ? सबल होगा ही. उन्होंने कार्यक्रम अध्यक्ष बनाने के लिए आयोजकों का आभार जताया.
घोष की धुन पर भगवा ध्वज की प्रदक्षिणा ने सबको मोहा
कार्यक्रम के दौरान घोष की धुन पर भगवा ध्वज की प्रदक्षिणा किए जाने का दृश्य मन को मोहने वाला रहा. कदम से कदम मिलाकर चल रहे संघ के स्वयंसेवक मन में एक ही भाव लिए चल रहे थे, सब कुछ भारत माता को समर्पित.
शारीरिक कार्यक्रमों से शक्ति साधना का प्रदर्शन
स्वयंसेवकों ने शारीरिक कार्यक्रमों के प्रदर्शन से 20 दिन तक की साधना का प्रदर्शन किया. दंड चलाने का अभ्यास, नियुद्ध यानि जूडो कराटे, खेल आदि के प्रदर्शन के दौरान स्वयंसेवकों का जोश देखते ही बनता था. चहुं ओर केवल वंदे मातरम और भारत माता की जय का उद्घोष ही सुनाई दे रहा था.
साहित्य स्टाल पर रही खासी भीड़
समापन कार्यक्रम को देखने पहुंचे लोगों की साहित्य के स्टाल पर भी खासी भीड़ रही. सामान्यतः बाजार में सद् साहित्य कम ही मिलता है. ऐसे में संघ के शिविर के समापन पर पहुंचे लोगों ने साहित्य खरीदा. वर्ग में 20 दिन तक शक्ति साधना करने वाले स्वयंसेवकों ने भी साहित्य खरीदा.