जयपुर (विसंकें). राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रचार विभाग की ओर से रविवार को मुरलीपुरा में साहित्य बिक्री केन्द्र प्रारंभ किया गया. यह साहित्य बिक्री केन्द्र आर्यनगर स्थित प्रज्ञा साधना आध्यात्मिक पुस्तक केंद्र में खोला गया है. राष्ट्रीय विचारों के प्रचार-प्रसार तथा समाज में सद्साहित्य की उपलब्धता को सहज बनाने के उद्देश्य से खोले गए केन्द्र का उद्घाटन राजस्थान क्षेत्र प्रचारक दुर्गादास जी ने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया.
दुर्गादास जी ने कहा कि आज भी सद्साहित्य आम समाज की पहुंच से दूर है, सहज सुलभ नहीं है. अच्छे विचारों का साहित्य समाज बंधुओं को उपलब्ध हो, संघ इसके लिए प्रयासरत है. ये केन्द्र समाज में ज्ञान एवं संस्कारों के प्रचार-प्रसार के लिए रामबाण साबित होंगे, ऐसा मेरा विश्वास है.
साहित्य विक्रय केंद्रों पर राणा प्रताप, शिवाजी, स्वामी विवेकानंद, ऊधम सिंह, भगत सिंह, वीर सावरकर सहित पौराणिक-वैदिक राष्ट्र नायकों का प्रबोधनकारी जीवन चरित्र उपलब्ध रहेगा. साथ ही इतिहास, विज्ञान, गणित आदि में सम्पूर्ण विश्व का मार्गदर्शन करने वाले व वर्तमान की दृष्टि से भी प्रासंगिक इतिहास ग्रन्थों को भी सम्मिलित किया गया है. विशेषकर विद्यार्थियों के लिए यह बहुत उपयोगी सिद्ध होगी. भांकरोटा के वीपी सर्किल स्थित खण्डेलवाल बुक्स स्टेशनर्स तथा मानसरोवर के वरुण पथ पर पुलिस थाने के निकट शिक्षा स्टेशनर्स पर सद्साहित्य विक्रय केन्द्र खोला गया है.