करंट टॉपिक्स

हमें लोगों को स्वावलंबी तथा स्वाभिमानी बनाना है – सुहास जी हिरेमठ

Spread the love

मुंबई (विसंकें). राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य सुहास जी हिरेमठ ने कहा कि स्वामी विवेकानंदजी ने कहा है कि त्याग और सेवा यह भारत के आदर्श गुण हैं. जो गुण अपने स्वभाव में बसे हों, वे गुण कभी सिखाने की जरुरत नहीं होती. सिर्फ सही वक्त पर उन गुणों को उजागर करने की आवश्यकता होती है. इन गुणों की वजह से ही एक सर्वसामान्य व्यक्ति भी संकट के क्षणों में असामान्य कर्तृत्व कर जाता है.

सुहास जी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के घाटकोपर विभाग की ओर से रविवार, 04 मार्च को आयोजित राष्ट्रोत्थान सेवा संगम में संबोधित कर रहे थे. कार्यक्रम के समारोप सत्र में उन्होंने उपस्थितों जनों को संबोधित किया. कुर्ला पूर्व के विवेकानंद एजुकेशन सोसाइटी में आयोजित कार्यक्रम में स्वागत समिति अध्यक्ष गणेश कुमार जी और विभाग संघचालक किशोर मोघे जी उपस्थित थे.

सुहास जी ने कहा कि अपना कार्य समाज तक पहुंच जाए तो लोगों के मन में भी सेवाभाव जागृत हो जाता है. सेवाकार्य करते समय एक बात ध्यान में रखना जरुरी है. हमें लोगों को स्वावलंबी तथा स्वाभिमानी बनाना है. आज जो सेवा लेने वाला है, वह कल दाता बने यह हमारा कर्तव्य है.

सामाजिक कार्य करने वाली मुंबई पूर्व उपनगर स्थित स्वयंसेवी संस्थाएँ और एकल कार्य करने वाले सेवाभावी कार्यकर्ताओं का आपस में परिचय हो और सुसंवाद प्रस्थापित हो, इस उद्देश्य से राष्ट्रोत्थान सेवा संगम का आयोजन किया गया. कुर्ला पूर्व – मानखुर्द से मुलुंड पूर्व तक क्षेत्र में कार्यरत 160 स्वयंसेवी संस्थाओं ने सेवा संगम में भाग लिया. प्रातः 09 बजे से शाम 05 बजे तक चले कार्यक्रम में उद्घाटन सत्र सहित तीन सत्र हुए.

उद्घाटन सत्र में सुहास जी हिरेमठ का बीज भाषण हुआ. उन्होंने कहा कि सेवाभाव यह जात-पात-वर्ण-वर्ग के आधार पर नहीं, बल्कि मानवता पर आधारित है. शिक्षा, आरोग्य, बाल, महिला, संस्कार, पर्यावरण, स्वावलंबन, दिव्यांग के क्षेत्रों में कार्यक्रम करने वाली संस्थाओं के अलग-अलग सत्रों में आपस में में परिचय हुआ. मुक्त सत्र में उपस्थित प्रतिनिधियों ने कार्य के दौरान आने वाली समस्याओं पर विचार विमर्श किया. इस सत्र के बाद हिंदी विवेक अंक का प्रकाशन सुहास जी ने किया.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *