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केरल की ‘राज्य संरक्षित’ हिंसा के खिलाफ 01 मार्च को विरोध प्रदर्शन

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नागपुर (विसंकें). राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख जे. नंदकुमार जी ने कहा कि केरल में राज्य सरकार के संरक्षण में माकपा (सीपीएम) द्वारा हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ताओं की हत्याओं के विरोध में एक मार्च को नागपुर में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा. नागपुर में आयोजित प्रेस वार्ता में नंदकुमार जी ने बताया कि लोकाधिकार मंच के बैनर तले प्रदर्शन का आयोजन किया जाएगा. सायं काल 5.30 बजे संविधान चौक से ‘संवेदना मोर्चा’ निकाला जाएगा. मोर्चा जिलाधिकारी कार्यालय पर जाने के बाद 7 बजे जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में निषेध सभा होगी.

उन्होंने केरल में माकपा द्वारा की जा रही हिंसा की जानकारी देते हुए कहा कि मई 2016 में राज्य में माकपा की सरकार आने के बाद 8 माह में, माकपा के विरोधी संगठनों के कुल 18 कार्यकर्ताओं की हत्या हुई है. इनमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 12 स्वयंसेवक हैं. मुख्यमंत्री के संरक्षण में माकपा के गुंडों द्वारा अपने राजनीतिक विरोधियों के विरोध में जारी हिंसा के कारण भय का वातावरण निर्माण हुआ है. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व में वामपंथी जनतांत्रिक मोर्चा जब भी सत्ता में आया है, तब, माकपा ने गृह मंत्रालय अपने पास ही रखा और पुलिस बल को हस्तक बनाकर पार्टी के कार्यकर्ताओं को अभय देते हुए, संघ की शाखाओं एवं कार्यकर्ताओं के विरुद्ध आक्रमण की खुली छूट दी है. उनकी कार्यशैली केवल संघ के कार्यकर्ताओं का निर्मूलन करने की नहीं, उन्हें आर्थिक रूप से पंगु बनाने और आतंकित करने की है. नंदकुमार जी ने मांग की कि इस असहिष्णु एवं अलोकतांत्रिक वृत्ति और कार्यशैली पर तुरंत अंकुश लगना चाहिए. उन्होंने निषेध कार्यक्रम में अधिकाधिक संख्या में उपस्थित होने का आग्रह किया. प्रस्ताविक लोकाधिकार मंच के संयोजक सुभाष कोटेचा ने किया. मंच के सह संयोजक सुनील किटकरू, शिवशंकर प्रसाद, कमलजी सारडा और डॉ. विजय कुमार उपस्थित थे.

01 मार्च को देश भर के जिला मुख्यालयों में केरल में हो रही हत्याओं  के विरोध में प्रदर्शन होगा, तथा ज्ञापन भेजकर केंद्र सरकार से केरल में राज्य संरक्षित हिंसा को रोकने के लिये आवश्यक कार्रवाई की मांग की जाएगी.

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