जम्मू कश्मीर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने गत एक साल में 4 बड़ी आतंकी वारदातों को अंजाम देने वाले 3 आतंकियों को गिरफ्तार किया है. जम्मू जोन के आईजीपी मुकेश सिंह ने बताया कि पिछले एक साल में किश्तवाड़ में 4 आतंकी हमले हुए थे, किश्तवाड़ पुलिस ने सीआरपीएफ और एनआईए की सहायता से चारों केस सुलझा लिये हैं. 03 आतंकी गिरफ्तार किये गये हैं, जिनकी पहचान निसार अहमद शेख, निशाद अहमद और आज़ाद हुसैन के रूप में हुई है.
02 नवंबर 2018 को किश्तवाड़ में भाजपा नेता अनिल परिहार की उनके भाई सहित हत्या कर दी गई थी. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता चंद्रकांत शर्मा और उनके पीएसओ की हत्या कर दी थी.
सोमवार को आयोजित प्रेस वार्ता में आईजीपी मुकेश सिंह ने बताया कि इन चारों आतंकी वारदातों की 2017-2018 में योजना बनाई गई थी. इसका उद्देश्य चिनाब वैली में आतंकवाद को दोबारा जिंदा करना था. इस योजना का मुख्य़ साजिशकर्ता जहांगीर सरूरी है, जो पुराना आतंकी है और किश्तवाड़ में सक्रिय है. जहांगीर ने निसार अहमद शेख और ओसामा से मिलकर हिज्बुल मुजाहिदीन को चिनाब वैली में दोबारा स्थापित करने की योजना बनाई थी.
इस साजिश के अनुसार सबसे पहले इन आतंकियों ने अनिल परिहार की हत्या की. साजिश में जहांगीर सरूरी, ओसामा, जायेद और डोडा के आतंकी हारून ने किश्तवाड़ के निसार अहमद शेख को शामिल किया. जिसके बाद निसार अहमद शेख की मदद से 03 अन्य लोगों को जोड़ा गया.
योजना के अनुसार आतंकियों ने निशाद अहमद और आज़ाद हुसैन के घर में आतंकी ठिकाने बनाए. इन ठिकानों पर भी पुलिस ने छापेमारी की है, पुलिस को रायफल, मैगज़ीन समेत भारी मात्रा में हथियार मिले हैं.
03 आतंकी गिरफ्तार किये गये हैं, लेकिन अन्य आतंकी अभी भी गिरफ्त से बाहर हैं. पुलिस उनकी तलाश कर रही है. पुलिस के अनुसार किश्तवाड़ जिले में फिलहाल 6 आतंकी एक्टिव हैं.
जम्मू कश्मीर पुलिस ने डोडा में भी 30 किलो आरडीएक्स बरामद किया है. पुलिस इस मामले में भी जांच कर रही है.