इंदौर. पूर्व सांसद स्वामी चिन्मयानंद ने कहा कि 200 वर्ष पहले यदि किसी दबाव में हमारा कोई स्वजन किसी और धर्म में चला गया था, और यदि अब वह वापिस आना चाहता है तो उसे घर वापस क्यों नहीं बुलाया जाना चाहिये. आज यदि हिंदू समाज पूरे विश्व में सम्मान के साथ खड़ा है तो उसे अपने स्वजनों को वापस बुलाना ही चाहिये. रविवार को इंदौर के बास्केटबाल कॉम्प्लेक्स में स्वर्ण जयंती वर्ष के दौरान आयोजित हिंदू सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि धर्मांतरण और घर वापसी पर जो शोर मच रहा है, वह निरर्थक है. जो हमारे थे वे ही तो घर वापिस आ रहे हैं, उसे किस वजह से गलत ठहराया जा रहा है. लव जेहाद के मुद्दे पर कहा कि ज्यादातर संभ्रांत परिवारों की लड़कियां ही लव जेहाद का शिकार बन रही हैं. इस वर्ग के लोगों को अपनी बच्चियों को हिंदू धर्म के संस्कारों और संस्कृति से परिचित करवाना चाहिये, ताकि वे लव जेहाद के षड़यंत्र में न फंसे.
विहिप के अंतराष्ट्रीय संगठन महामंत्री दिनेशचंद्र ने कहा कि समाज को वर्षों से चुनौतियों का सामना करना पड़ा रहा है. इन चुनौतियों से योजनाबद्ध तरीके से निपटा जा सकता है. जिस दिन हमारे मन में यह भाव आ जाएगा कि हिंदू हम सब एक हैं, उस दिन आधी चुनौतियों पर विजय पा लेंगे. मंच पर मौजूद राधे-राधे बाबा ने गौ-पालन, गौ-संवर्धन और गौ-रक्षण का संकल्प दिलवाया.