राजनांदगांव. अर्बन नक्सल नेटवर्क की एक अहम कड़ी छत्तीसगढ़ पुलिस के हाथ लगी है. नक्सलियों के अर्बन नेटवर्क को संचालित करने वाले एक शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आश्चर्यजनक है कि पुलिस के हत्थे चढ़ा नक्सल सहयोगी भारत सरकार के एक विभाग में शीर्ष पद पर कार्यरत है. सरकारी प्रतिष्ठान में कार्यरत एन मूर्ति, एन वेंकट राव सहित अन्य कई नामों से जाना जाता है, हालांकि अभी पुलिस इस मामले में कुछ पश्चात और भी खुलासा करेगी. लेकिन अभी जो जानकारी सामने आयी है, उसके अनुसार आरोपी नक्सल नेटवर्क को पर्दे के पीछे रहकर संचालित कर रहा था. उसने 2017 में भी पगारझोला में तीन दिनों तक रहकर नक्सल संगठन पर मीटिंग ली थी. लंबे समय से उसकी आवाजाही पर पुलिस नजर रखे हुए थी. दुर्ग रेंज के आईजीपी जीपी सिंह ने वेंकट की गिरफ्तारी की पुष्टि की. पुलिस ने आरोपी के पास से कुछ दस्तावेज, एक मोबाइल और अन्य सामग्री जब्त की है.
बाघनदी क्षेत्र से जिले में दाखिल होने के दौरान पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया. बताया जा रहा है एन वेंकट मूलतः हैदराबाद का रहने वाला है, जो सालों से घूम-घूम कर नक्सलियों के तेलंगाना, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश में नक्सलियों के कैडर को मजबूत करने का काम किया करता था. आरोपी वेंकट भारत सरकार के नेशनल जियोफिजिकल विभाग का अनुविभागीय अधिकारी है और वह 1980 से नक्सलियों के अर्बन नेटवर्क को मजबूत बनाने में अहम भूमिका अदा कर रहा है.
आरोपी राजनांदगांव जिले के अंदरूनी इलाकों में भी उसकी सांगठनिक गतिविधियों में भागीदारी रही है. आरोपी नक्सली वेकेंट ने 2016 में शीर्ष नक्सल कैडर दीपक तेलतुमड़े और देवजी के साथ छुईखदान के कौरवा के जंगल में लंबी बैठक की थी.