आगरा (विसंकें). मंटोला थाना क्षेत्र में गुरुवार को मीरा हुसैनी बाजार में विश्व हिन्दू परिषद के महानगर उपाध्यक्ष अरुण माहौर की गौकशों ने गोली मारकर हत्या कर दी. जिससे क्षेत्र में तनाव पैदा हो गया. सूचना पर पहुंचे हिन्दू संगठन तथा भाजपा कार्यकर्ताओं ने मंटोला और पोस्टमार्टम गृह पर जमकर हंगामा किया. इस मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर तीन को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन मुख्य आरोपी अभी तक फरार है. प्रशासन से 10 लाख रुपये की सहायता उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है.
घटना करीब साढे़ दस बजे की है. मंटोला क्षे़त्र के मीरा हुसैनी चौराहा के पास दिन दहाड़े अरुण माहौर को तीन गौकश कनपटी पर गोली मार भाग गये. स्थानीय लोगों का कहना है कि अरुण माहौर सुबह मंदिर से लौटकर दुकान खोलने जा रहे थे. तभी रास्ते में तीन युवकों ने अरुण माहौर को घेर लिया और कनपटी पर गोली मार दी, गोली सिर में आरपार हो गई. अरुण माहौर को तुरंत एसएन अस्पताल पहुंचाया गया. जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. इसके बाद हिन्दू संगठनों में आक्रोश फूट पड़ा. घटनास्थल पर पहुंचे नेता और कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए और प्रदेश सरकार के खिलाफ नारे बाजी शुरू कर दी. इस दौरान पुलिस बल भी मौके पर पहुंच गया. इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच झड़प भी हो गई. बाद में पुलिस को बैकफुट पर आना पड़ा और देर शाम तक नेता व कार्यकर्ता शांति पूर्वक धरने पर बैठे रहे. सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस ने नाई मण्डी से मण्टोला जाने वाले रास्ते को रोक दिया, जिसके कारण पूरा एमजी रोड जाम हो गया. ताजमहोत्सव जाने के लिए पर्यटक घंटों जाम में फंसे रहे.
विश्व हिन्दू परिषद के नेताओं का कहना है कि मंटोला में अरुण माहौर की फर्नीचर की दुकान है. मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र होने के कारण अरुण माहौर पर काफी समय से उन्हें क्षेत्र से भगाने के लिए दबाव बनाया जा रहा था. उन्हें आए दिन धमकियां दी जाती थीं. 4-5 साल पहले कुछ लोगों ने उनकी दुकान में आग भी लगा दी थी. उस घटना के बाद भी उन्हें धमकियां दी गई कि हिन्दू समाज की नेतागिरी बंद नहीं की तो दुकान नहीं चलाने देंगे. दो दिन पहले भी उन्हें धमकी मिली थी, जिसकी शिकायत लिखी तो थी, लेकिन किसी कारणवश थाने नहीं पहुंचा पाए थे.
गंभीर रूप से घायल अरुण माहौर को एसएन अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम गृह भिजवा दिया. विश्व हिन्दू परिषद तथा भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं का पोस्टमार्टम गृह पर जमावड़ा हो गया. मुआवजे को लेकर हंगामा शुरू हो गया. पोस्टमार्टम गृह पर विश्व हिन्दू परिषद के प्रमुख नेता विहिप के अखिल भारतीय राष्ट्रीय मंत्री महावीर जी ने कहा कि हिन्दू-मुस्लिम बराबर हैं. जब उत्तर प्रदेश सरकार दादरी के अखलाक को 45 लाख का मुआवजा दे सकती है तो अरुण माहौर को क्यों नहीं. उन्होंने कहा कि अरुण माहौर की हत्या गौकशी की खिलाफत में दिया गया बलिदान है.