जोधपुर. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य तथा अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद के मार्गदर्शक श्री इन्द्रेश कुमार ने सैनिक परिवारों की मातृशक्ति से वर्तमान राष्ट्रीय भावना को कुंठित करने वाले नशा, भ्रष्टाचार, बलात्कार एवं देशद्रोह जैसी दुष्प्रवृत्तियों को समाप्त करने के लिये आवश्यक आदर्श नागरिक निर्माण में अपनी समर्थ एवं प्रभावी भूमिका निभाने का आग्रह किया है.
परिषद की 33 वीं प्रबन्धकारिणी सभा के समापन समारोह में उन्होंने कहा कि देश के नागरिकों में जब सांस्कृतिक व चारित्रिक पतन होता है, तब देश में बलात्कार, नशाखोरी व देशद्रोह की मांनसिकता बढ़ जाती है, जिससे राष्ट्र में अशान्ति व असुरक्षा का वातावरण निर्माण होता है . उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिक सेवा परिषद एक अनुशासित व राष्ट्र को समर्पित व्यक्तियों का संगठन हैं, जिसके अनुभव व योग्यता से राष्ट्र की अनेक समस्यायें सुलझाई जा सकती हैं.
श्री इन्द्रेश जी ने संविधान के अनुच्छे 370, समान नागरिक संहिता तथा पंचशील समझौते जैसे विषयों पर सलाह दी कि हमें खुले दिमाग से इन मुद्दों पर लाभ-हानि के आधार पर सकारात्मक चर्चा करनी चाहिये. उन्होने नवनिर्वाचित केन्द्र सरकार से राष्ट्रहित को सर्वेापरि रखकर अपने वादों पर खरे उतरने के प्रति विश्वास व्यक्त किया.
जोधपुर के सांसद श्री गजेन्द्रसिंह शेखावत भुंवाल माता मंदिर परिसर में सम्पन्न समारोह के मुख्य अतिथि थे. उन्होंने कहा कि सेवा-निवृत्ति के पश्चात् पूर्व सैनिक अपने अनुभव एवं अनुशासन के द्वारा राष्ट्र कार्य में अपना योगदान दें, तो भारत को विश्व गुरू बनने से कोई रोक नहीं सकता. विशिष्ट अतिथि श्री नाकोडा जैन तीर्थ के श्री अमृत जी जैन ने कहा कि सैनिकों के प्रति समाज में बहुत सम्मान है तथा हमें इस आयोजन पर गर्व है.
पूर्व सैनिक सेवा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लेफ्टि जनरल वी.एम. पाटिल ने कहा कि हमें अपना लक्ष्य निर्धारित करते हुए अपनी पहचान को बनाये रखकर राष्ट्रहित में कार्य करना चाहिये तथा ईमानदारी, वफादारी,व कर्तव्यनिष्ठा के साथ अपने संगठन को मजबूत करने के लिये समर्पित रहना चाहिये.
भी प्रदेशों के महासचिवों ने अपने-अपने प्रदेश का वृत प्रस्तुत किया व राष्ट्रीय कोषाध्य्क्ष विंग कमान्डर एन.के.सिंह ने लेखा अनुदान प्रस्तुत किया. अन्त में आगामी कार्यक्रम की खुली चर्चा हुई.
कार्यक्रम के प्रारम्भ में अतिथियों को परिचय एवं मारवाड़ की परम्परा के अनुसार साफा पहनाकर स्वागत किया गया. स्वागत भाषण में बोलते हुए जोधपुर जिला अध्यक्ष केप्टन उम्मेद सिंह राठौड़ ने कहा कि हम अपने आप को सौभाग्यशाली समझते हैं कि वीरवर दुर्गादास राठौड़ की धरा पर इस पवित्र स्थल पर यह तीन दिवसीय कार्यक्रम संपन्न हआ और इस दौरान राष्ट्रीय विभूतियों का सान्निध्य हमें प्राप्त हुआ.
अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद् की 33 वीं प्रबंध कारिणी सभा का तीन दिवसीय सत्र का शुभारम्भ 18 जुलाई को भुवाल माता मंदिर ट्रस्ट बिरामी जोधपुर में भारत माता एवं सुभाष चन्द्र बोस के चित्रों पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन से हुआ. बैठक में परिषद के रचनात्मक कार्यक्रम के विषय एवं आगामी वर्ष की भावी योजनाओं पर विस्तृत चर्चा हुई. नेताजी आजाद हिन्द फ़ौज न्यास, सैनिक मातृ शक्ति संगठन एवं सैनिक परिवार कल्याण न्यास आदि के विषय में गहन चिंतन हुआ.
कार्यक्रम के अन्त में अतिथियों को परिषद के स्मृति-चिन्ह भेंट किए गये तथा राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ.