मुजफ्फरनगर (विसंके, मेरठ). खुफिया एजेंसियों की चूक पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आतंकियों के लिये खुराक बनती जा रही है. बिजनौर में बम विस्फोट करने वाले आतंकियों के इरादे बहुत ही खतरनाक थे. वह मुजफ्फरनगर में लगने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शिविर को विस्फोट करके उड़ाने वाले थे. इसके साथ ही गठवाला खाप के गांव फुगाना में विस्फोट कराने की आतंकियों की मंशा थी. पुलिस ने इस सिलसिले में जानसठ से एक युवक को पकड़ा है.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रदेश भर में एक से आठ अक्तूबर तक प्राथमिक शिक्षा वर्ग आयोजित हो रहे हैं. मुजफ्फरनगर में जानसठ रोड स्थित लाला जगदीश प्रसाद विद्या मंदिर में भी एक शिविर आयोजित होगा. खुफिया सूत्रों का कहना है कि बिजनौर में छिपे आतंकियों ने मुजफ्फरनगर दंगों का बदला लेने की गहरी योजना बनाई थी. आतंकियों की मंशा इस शिविर को उड़ाने की थी. इस शिविर में 400 से ज्यादा स्वयंसेवक शामिल होंगे. दशहरे पर ज्यादा भीड़ को देखते हुए आतंकियों ने इस शिविर को उड़ाने की साजिश रची थी. इसके लिए एक आतंकी ने शिविर की जगह की रेकी भी की थी. आतंकियों की मंशा इसके साथ ही फुगाना इलाके के लांक, लिसाड़, बहावड़ी, खरड़ आदि किसी एक गांव को विस्फोट से उड़ाने की थी, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को मारा जा सके.
एसटीएफ और एटीएस की टीम ने जानसठ के मोहल्ला जन्नताद से एक महिला के घर से नवाब नामक युवक को हिरासत में लिया है. नवाब के तार बिजनौर के आतंकियों से जुड़े हैं. पुलिस ने मुजफ्फरनगर के जानसठ इलाके में आतंकियों की तलाश में तलाशी अभियान भी चलाया. संघ शिविर में विस्फोट के षड्यंत्र का पता चलने पर पुलिस प्रशासन में भी हड़कंप मच गया है.