अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद भारत के पड़ोसी देश अफगानिस्तान के काबुल में अल्पसंख्यक सिक्ख समुदाय के धार्मिक स्थल पर आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करती है. काबुल में प्रार्थना करने हेतु एकत्रित हुए अल्पसंख्यक सिक्ख समुदाय पर जिस प्रकार से आतंकवादियों द्वारा हमला किया गया, वह अत्यंत अमानवीय तथा दुर्भाग्यपूर्ण है.
भारत के पड़ोसी देशों में अल्पसंख्यक समुदायों पर लगातार कट्टरपंथी पांथिक उन्मादियों द्वारा हमले की बढ़ती घटनाएं चिंतित करने वाली हैं, वैश्विक समुदाय को इन राष्ट्रों में अल्पसंख्यक समुदायों की रक्षा करने के लिए एकजुट होकर इन कट्टरपंथी पांथिक उन्मादियों का सामना करने की जरूरत है. आज पूरा विश्व कोरोना वायरस की महामारी के खिलाफ लड़ रहा है, ऐसे कठिन समय में पांथिक उन्मादी जिस प्रकार मानवता के खिलाफ षड्यंत्र रच रहे हैं, वह अत्यंत निंदनीय कृत्य है. पड़ोसी देशों में अल्पसंख्यक समुदायों के ऊपर हो रहे इसी तरह के हमलों के कारण अभाविप ने नागरिकता संशोधन कानून-2019 को समर्थन किया था.
अभाविप की राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी ने कहा कि, “भारत ने अफगानिस्तान में पिछले कुछ वर्षों में महत्वपूर्ण निवेश किया है, हम अफगानिस्तान में शांति तथा समृद्धि के पक्ष में हैं. सिक्ख समुदाय पर जिस तरह आज मानवता के दुश्मनों ने हमला किया वह अत्यंत मानवता के खिलाफ है. अभाविप इस आतंकवादी हमले में अपने प्राण गंवाने वाले नागरिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करती है तथा उनके परिवारजनों के प्रति संवेदना प्रकट करती है. अभाविप भारत के पड़ोसी देशों में अल्पसंख्यक समुदायों पर कट्टर पांथिक उन्मादियों द्वारा लगातार हो रहे हमलों को रोकने की मांग करती है.”