कुरुक्षेत्र. धर्मनगरी में 14 जून को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों ने पथ संचलन निकाला. संचलन का जगह-जगह जोरदार स्वागत किया गया. स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में कंधे पर दंड लिये पूरे उत्साह के साथ शहर की मुख्य मार्गों पर निकले.
संचलन पूर्व निर्धारित समय सायं साढ़े छह बजे प्रारम्भ हुआ. एक समान वेश और दंड कंधे पर लिए स्वयंसेवक घोष की धुन पर कदमताल करते हुए जैसे ही गीता स्कूल से निकले लोगों का ध्यान बरबस ही उनकी ओर खिंच गया. दुकानदारों और नगरवासियों ने संचलन में सम्मिलित स्वयंसेवकों पर पुष्पवर्षा करके उनका स्वागत किया. संचलन गीता स्कूल से सलारपुर रोड होते हुए रेलवे रोड पहुंचा. यहां से गोल बैंक, लाल सड़क, श्रद्धानंद चौक, पुराना बस स्टैंड, अंबेडकर चौक, गुरुद्वारा छठी पातशाही के सामने से होकर वापस गीता स्कूल में संपन्न हुआ.
घोष वाहिनी रही आकर्षण का केंद्र
स्वयंसेवक अलग-अलग वाहिनी में आपस में तारतम्य बनाते हुए पंक्तिबद्ध होकर चल रहे थे. इन सबके बीच घोष (बैंड) वाहिनी आकर्षण का केंद्र रही. इस वाहिनी में जहां बिगुल वादकों ने प्रभावित किया, वहीं बंशी की मधुर तान से संघ के स्वयंसेवकों ने अपनी छाप छोड़ी. घोष वादकों का नेतृत्व कर रहे कार्यकर्ता ने भी दंड को हवा में उछालते हुए लोगों का ध्यान खींचा.
समापन कार्यक्रम 21 जून को
विगत 2 जून से प्रदेश के कोने-कोने से आए संघ के स्वयंसेवक श्रीमद भगवत गीता वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में 20 दिन का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं. कुरुक्षेत्र में संघ का हरियाणा का प्रथम वर्ष का प्रशिक्षण कार्यक्रम चल रहा है. सुबह चार बजे जागरण के पश्चात दिन भर साधना में स्वयंसेवक जुटे रहते हैं. 21 जून शाम को समापन कार्यक्रम है. 22 जून की सुबह दीक्षांत समारोह के बाद सभी स्वयंसेक अपने-अपने घरों की ओर प्रस्थान करेंगे.