नई दिल्ली. केरल सरकार का हिन्दुओं व हिन्दू आस्थाओं के प्रति क्या रवैया है, इसे समझने के लिए एक ताजा उदाहरण पर्याप्त है. एक ओर केरल सरकार शबरीमला मंदिर में हिन्दू भावनाओं को आहत करने के लिये कम्युनिस्टों, विधर्मियों और नास्तिकों को पुलिस सुरक्षा में लेकर जा रही थी. दूसरी ओर वावर मस्जिद में परिक्रमा के लिये जा रहे छह लोगों को वैमनस्य फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. इनमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं. शबरीमाला मंदिर के पास इरूमेली में वावर मस्जिद स्थित है.
पुलिस ने मंगलवार को बताया कि गिरफ्तार किये लोग तमिलनाडु के रहने वाले हैं और वावर मस्जिद जाना चाहते थे. मस्जिद की परिक्रमा के बाद श्रद्धालु आगे शबरीमाला की यात्रा पर निकलते हैं.
जानकारी के अनुसार, सभी लोगों के खिलाफ विभिन्न धार्मिक समूहों के बीच रंजिश बढ़ाने, आपराधिक रूप से अनाधिकार प्रवेश, गैरकानूनी रूप से एकत्र होने और दंगा फैलाने सहित आईपीसी की विभिन्न धाराओं में मामले दर्ज किए हैं.
गिरफ्तार महिलाओं में तिरूपुर की सुशीला (35), रेवती (39) और तिरूनलवेली की गांधीमाती हैं. पुरुषों में तिरुपति, मुरूगस्वामी और सेंतिल कुमार तिरुपुर और कोयंबटूर के रहने वाले हैं. पुलिस ने बताया कि इन छह लोगों को सोमवार को गिरफ्तार किया गया.
इरूमेली नैनार जुमा मस्जिद को वावर मस्जिद के नाम से भी जाना जाता है. भगवान अय्यप्पा के दर्शन के लिए निकलने वाले श्रद्धालु नवंबर-जनवरी में वार्षिक यात्रा के समय मस्जिद जाते हैं. श्रद्धालु नमाज पढ़ने वाली जगह पर नहीं जाते, लेकिन मस्जिद की परिक्रमा करते है. परंपरा के तहत श्रद्धालु नारियल फोड़कर और कनिक्का (प्रसाद) लेकर आगे बढ़ते हैं.
जबकि इसके विपरीत शबरीमला मंदिर में परंपरा के विपरीत प्रवेश करने जा रही महिलाओं को पुलिस ने सुरक्षा उपलब्ध करवाई थी, तथा बिन्दु व कनकदुर्गा को पुलिस सुरक्षा में मंदिर में प्रवेश करवाया.