जबलपुर (विसंके). नगर कांग्रेस द्वारा व्यापम में कथित घोटाले को लेकर 22 जुलाई को संघ कार्यालय ‘केशव कुटी’ के समक्ष प्रदर्शन की योजना विफल कर दी गई. विरोध प्रदर्शन के लिये कांग्रेस के पुरूष-महिला कार्यकर्ता दोपहर 2 बजे मालवीय चौक पर एकत्र हुये, लेकिन उन्हें निर्धारित प्रदर्शन-स्थल तक पहुंचने से पहले ही रोक दिया गया.
लगभग सौ-सवा सौ की संख्या में कार्यकर्ता मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और संघ के कुछ अधिकारियों के इस्तीफे की मांग कर रहे थे. कांग्रेसजनों ने मुख्यमंत्री और संघ पदाधिकारियों पर व्यापम घोटाले में शामिल होने के आरोप लगाये हैं.
मालवीय चौक से जैसे ही पैदल मार्च संघ कार्यालय ‘‘केशव’’ कुटी के लिये निकला, थोड़ी ही दूर आगे जाकर पुलिस ने उन्हें रोक लिया, और उन्हें गिरफ्तार करने की घोषणा की. गिरफ्तारी की बात सुनकर कांग्रेसजन भड़क गये. स्थिति बिगड़ते देख पुलिस ने पहले पानी की बौछार मार कर कार्यकर्ताओं को भगाना चाहा, किन्तु जब वे नहीं माने और पुलिस से हाथापाई करने लगे, जिससे कई पुलिसकर्मी घायल हो गये. तब फिर पुलिस ने बल प्रयोग कर स्थिति को न नियंत्रित किया. बाद में, गिरफ्तार कार्यकर्ताओं और नेताओं को जमानत पर रिहा कर दिया गया.
संघ कार्यालय केशव कुटी की दोहरी की सुरक्षा व्यवस्था की गई थी. पुलिस ने केशव कुटी जाने वाले सभी मार्गो को घंटे भर पहले बंद कर दिया था. प्रदर्शनकारी कार्यालय तक न पहुंच सकें, इसके लिये जहां पुलिस बल तैनात किया गया था, वहीं संघ के स्वयंसेवक स्वयं भी कार्यालय भवन और उसके आसपास के मार्गों पर सुरक्षा कर रहे थे.
विरोध प्रदर्शन समाप्त होने के बाद कांग्रेस के नेताओं ने पुलिस अधीक्षक और डी.आई.जी. से मिलकर विरोध जताया. उन्होंने कार्यकर्ताओं पर किए बल प्रयोग के लिये दोषी पुलिसकर्मियों को सजा देने की मांग की.