भोपाल (विसंकें). कोरोना महामारी से उत्पन्न परिस्थिति के कारण सम्पूर्ण देश मे लॉकडाउन है. इससे अनेक लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया. ऐसे में सरकार और प्रशासन के साथ अनेक समाजसेवी संस्थाएं गरीबों व जरूरतमंदों को भोजन व अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध करवा रही हैं. जगह-जगह उनके लिए आश्रय स्थल बनाये गए.
संकटकालीन परिस्थितियों में जिले की अग्रणी शैक्षिक व समाजसेवी संस्था भारत भारती अपने उपलब्ध साधनों, पूर्व छात्र व समाज के सहयोग से जरूरतमंदों की सेवा में लगी है. संस्था ने पहले ही दिन से छात्रों के होस्टल को आश्रय स्थल बनाकर अपने द्वार प्रवासी मजदूरों के लिए खोल दिये. जहाँ उनके निवास व भोजन का उचित प्रबन्ध किया जा रहा है. आश्रय स्थल में अभी तक जिला प्रशासन की सहमति से राजस्थान, उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र व मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों के 95 मजदूर स्थायी व अल्प अवधि में ठहरे हैं.
भारत भारती शिक्षा समिति द्वारा ग्राम जामठी के दुर्गा वार्ड में जहां बैतूल शहर के विस्थापित 65 परिवार रहते हैं, वहाँ 4 अप्रैल से प्रतिदिन भोजनशाला प्रारम्भ की गई. जिसमें एक माह में 8100 लोगों ने भोजन किया है. प्रतिदिन सड़क मार्ग से पैदल व विभिन्न साधनों से जाने वाले मजदूरों व जामठी, सोनाघाटी क्षेत्र में जरूरतमंदों को प्रतिदिन भोजन के पैकेट वितरित किए जा रहे हैं. अभी तक दस हजार से अधिक भोजन के पैकेट वितरित किये गए हैं.
संस्था की ओर से साढ़े छह क्विंटल गेहूँ, साढ़े तीन क्विंटल चावल, 200 क्विंटल से अधिक जैविक सब्जी, 500 लीटर दूध व एक हजार लीटर से अधिक दही का वितरण भी आसपास के ग्रामों में जरूरतमंदों को किया गया. लगभग 100 क्विंटल जैविक सब्जी बैतूल में गरीबों के लिए चलाई जा रही दीनदयाल रसोई को प्रदान की गई.
भारत भारती शिक्षा संस्थान द्वारा 22 मार्च से ही निःशुल्क चलाये जा रहे चिकित्सालय में अभी तक 231 मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उनकी प्राथमिक चिकित्सा की गई. संस्था द्वारा चलाये जा रहे इन सेवा कार्यों में 55 कार्यकर्ता दिन-रात जुटे हैं. इनमें समिति पदाधिकारी, आचार्य परिवार, पूर्व छात्र व सामाजिक कार्यकर्ता सम्मिलित हैं. संस्था के सचिव ने बताया कि जब तक कोरोना संकट काल रहेगा, तब तक संस्था समाज के सहयोग व अपने उपलब्ध साधनों से सेवा कार्य करती रहेगी.
- भारत भारती द्वारा ग्राम जामठी के दुर्गा वार्ड में संचालित भोजनशाला द्वारा एक माह में 8100 लोगों को कराया भोजन.
- जैविक सब्जी, गेहूँ-चावल, दूध-दही का किया वितरण.
- दस हजार से अधिक प्रवासी मजदूरों, जरूरतमंदों को वितरित किये भोजन पैकेट और सूखा राशन.
- भारत भारती द्वारा संचालित आश्रय स्थल में मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों व अन्य प्रान्तों के 95 अस्थायी और स्थायी मजदूरों को दिया आश्रय.
- चिकित्सालय में 231 रोगियों का किया निःशुल्क परीक्षण व उपचार.
- 55 कार्यकर्ताओं व सहयोगियों व पूर्व छात्रों ने दिया योगदान.