भयानक संकट की ओर हिन्दुस्तान – राजेन्द्र
हापुड़. धर्मजागरण समन्वय विभाग के तत्वाधान में हापुड़ में “घटता हिन्दू बंटता भारत’’ विषय पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसके मुख्य वक्ता श्री राजेन्द्र प्रसाद, अखिल भारतीय सह धर्मजागरण प्रमुख रहे.
इस अवसर पर राजेन्द्र प्रसाद जी ने कहा की भारत विभाजन के समय पाकिस्तान में हिन्दूओं की संख्या एक करोड़ थी जोकि वर्तमान में 20 लाख से भी कम रह गयी है, आखिर वो संख्या कहां चली गयी पाकिस्तान और बांग्लादेश में हिन्दू घोर कष्ट का जीवन जी रहा है. उनके व्यापार तथा परिवार कुछ भी सुरक्षित नहीं हैं.
उन्होंने सचेत किया कि भारत में भी मुस्लिम जनसंख्या वृद्धि दर 34 प्रतिशत जबकि ईसाई 24 प्रतिशत तथा हिन्दू वृद्धि दर सबसे कम मात्र 22 प्रतिशत है. भारत में मुस्लिम जनसंख्या में हिन्दू जनसंख्या की तुलना में प्रतिवर्ष 10 लाख जनसंख्या की अधिक वृद्धि होती है, भारत के पांच राज्यों में हिन्दू अल्पसंख्यक हो गया है तथा पांच राज्यों में होने की ओर है. जहां हिन्दू अल्पसंख्यक हो जाता है वहां हिन्दू मुख्यमंत्री नहीं बनता मुस्लिम जनसंख्या में बेहिसाब बुद्धि के कारण हिन्दू समाज का जीवन जीना बहुत ही मुश्किल होता जा रहा है. आतंक पैदा कर बहन-बेटियों को भगाना इन लोगों के लिये एक साधारण बात हो गयी है. यदि हिन्दू समाज ने भी अपनी जनसंखा बढ़ाने पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया तो इसके भयंकर परिणाम होगें. हमारे धर्म ग्रन्थों में कहीं इस प्रकार का वर्णन नहीं कि “हम दो हमारे दो’’ अतः हिन्दू समाज को राष्ट्र की रक्षा हेतू शत्रु पक्ष की चाल को समझकर अपने परिवार का सन्तुनल बनाना ही होगा नहीं तो संकट हावी होने को तैयार खड़ा है.
इसलिये “हम दो हमारे दो’’ की नीति न अपनाते हुये आज की आवश्यकता के अनुसार अपने परिवार में अधिकतम सदस्य बढ़ाने पर कार्य शुरु करना होगा तभी देश और समाज की रक्षा हो पायेगी.