चंद्रयान – 2, सोमवार को 2:43 मिनट पर प्रक्षेपित कर दिया गया. बहुप्रतीक्षित अभियान को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया गया. इसरो ने शनिवार को चंद्रयान-2 की लॉन्च रिहर्सल पूरी की थी.
चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग 15 जुलाई की रात 2 बजकर 51 मिनट पर होनी थी, लेकिन तकनीकी खराबी आने के कारण एक घंटा पहले टाल दिया गया था. इसरो ने एक सप्ताह के अंदर सभी तकनीकी खामियों ठीक करते हुए सोमवार को चंद्रयान को लॉन्च कर दिया.
चंद्रयान-2 को इसरो के सबसे ताकतवर बाहुबली रॉकेट GSLV-MK3 से लॉन्च किया गया. प्रक्षेपण के करीब 16 मिनट 23 सेकंड बाद चंद्रयान-2 पृथ्वी से 182 किमी की ऊंचाई पर जीएसएलवी-एमके3 रॉकेट से अलग होकर पृथ्वी की कक्षा में चक्कर लगाना शुरू कर चुका है.
यान को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने के लिए 48 दिन का इंतज़ार करना होगा. 22 जुलाई से लेकर 13 अगस्त तक पृथ्वी के चारों ओर चक्कर लगाएगा. इसके बाद 13 अगस्त को यह यान चंद्रमा की ओर जाने वाले ऑर्बिट में प्रवेश करेगा. 19 अगस्त को यान चंद्रमा की कक्षा में पहुंच जाएगा. तत्पश्चात् 13 दिन, 31 अगस्त तक चंद्रमा की परिक्रमा करेगा.
चंद्रयान-2 के सफलतापूर्वक प्रक्षेपण पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के भी वैज्ञानिकों को बधाई दी है. ट्विटर पर संघ के सरकार्यवाह की ओर से जारी संदेश में कहा कि चन्द्रयान – 2 के प्रक्षेपण पर वैज्ञानिकों की अद्भुत सफलता से सारे देशवासी गौरवान्वित अनुभव कर रहे हैं. ISRO के सभी वैज्ञानिकों का हार्दिक अभिनंदन.