शिमला (विसंकें). गोहत्या के मामले को लेकर हिमाचल प्रदेश पुलिस महानिदेशक के बयान को लेकर जनता का गुस्सा बढ़ रहा है. जनता सहित विश्व हिन्दू परिषद ने पुलिस महानिदेशक के बयान को लेकर विरोध जताया तथा आपत्तिजनक करार दिया. गोहत्या के आरोपियों के पकड़े न जाने तथा पुलिस महानिदेशक के बयान के विरोध में जिला मुख्यालय में हिन्दू संगठनों तथा स्थानीय लोगों ने रोष रैली निकाली. हिमाचल प्रदेश के चंबा जिला मुख्यालय में रोष रैली निकालकर महानिदेशख से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की.
चंबा जिला में गोहत्या की घटना सामने आने के बाद लोगों में रोष पनपने लगा था, हिन्दू संगठनों का विरोध मुखर हो रहा था. ऐसे में पुलिस महानिदेशक ने पुलिस को त्वरित कार्रवाई कर आरोपियों को पकड़ने में तत्परता दिखाने के निर्देश देने के बजाय संगठनों के प्रतिनिधियों पर ही सवाल खड़े करने शुरू कर दिए. प्रतिनिधियों पर सांप्रदायिकता फैलाने का आरोप मढ़ दिया. जिससे जनता का रोष और बढ़ गया. संगठनों की ओर से राज्यपाल से भी मामले की शिकायत की गई है.
बुधवार को जिला मुख्यालय में रोष रैली निकालने के साथ ही जिला व्यापार मंडल ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए जिला में बंद रखा गया. बुधवार को हिंदू संगठनों के प्रतिनिधि जिला मुख्यालय में एकत्र हुए. चंबा के प्रसिद्ध लक्ष्मीनारायण मंदिर से शुरू होकर रोष रैली सभी मोहल्लों से होती हुई जिला मुख्यालय के मुख्य चौक तक गयी. वहां पर एक घंटे तक जोरदार नारेबाजी तथा धरना प्रदर्शन किया. धरने व रोष रैली को संगठनों के पदाधिकारियों द्वारा संबोधित किया गया. वक्ताओं ने कहा कि चंबा में घटी घटना का पुरजोर विरोध करते हैं. इससे हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है. पुलिस महानिदेशक द्वारा दिया गया बयान आपतिजनक है, जिसे अराजकता फैलाने वाला माना जायेगा. वक्ताओं ने बयान के लिए सार्वजनिक माफी मांगने की मांग की. इस रैली के पदाधिकारियों ने उपायुक्त चंबा सुधादेवी से दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की. उपायुक्त ने दोषियों को शीघ्रातिशीघ्र पकड़ने की और उनके खिलाफ कार्यवाही का भरोसा दिलाया. इस बीच घटनास्थल पर पुलिस ने छानबीन की. पुलिस अधीक्षक चंबा वीरेंद्र तोमर ने लोगों को विश्वास दिलाया कि ऐसा जघन्य कार्य करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही अमल में लायी जायेगी.