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चीनी वायरस के खिलाफ जंग – विदेश में भी लोगों की सहायता में जुटे स्वयंसेवक

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नई दिल्ली. पूरा विश्व चीनी वायरस (कोविड-19) के संकट से जूझ रहा है. जहां भारत में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ व अनुषांगिक संगठनों के कार्यकर्ता सेवा कार्यों में जुटे हुए हैं. वहीं, विदेश में भी संघ वैचारिक संगठनों के सैकड़ों कार्यकर्ता सेवा कार्यों में जुटे हुए हैं.

अमेरिका में सेवा इंटरनेशनल के सैकड़ों कार्यकर्ता चीनी वायरस (कोविड-19) से निपटने के लिए मैदान में उतरे हुए हैं. अमेरिका के चारों क्षेत्रों में कार्यकर्ताओं की टीमें बनाई गई हैं, जो प्रवासी भारतीयों को सातों दिन और चैबीसों घंटे हेल्प लाइन के माध्यम से सहायता उपलब्ध करवा रहे हैं. सर्वविदित है कि अमेरिका में प्रतिदिन हालात खराब होते जा रहे हैं. पचास राज्यों में एक लाख बीस हजार से अधिक संक्रमित मामले सामने आए हैं, वहीं दो हजार से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं.

चीनी वायरस (कोविड-19) से निपटने के लिए चार सौ कार्यकर्ता रात दिन प्रवासी भारतीयों को चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध करवाने, पाजिटिव मरीजों अथवा क्वारनटीन में फंसे प्रवासी भारतीयों को उनकी दैनिक जरूरतों की वस्तुओं की आपूर्ति करने, अमेरिका में स्कूल-कालेज बंद होने के कारण यहां पढ़ने आए छात्रों की देखभाल करने और उनके वीजा संबंधी कार्यों में मदद करने के लिए हर संभव सहयोग कर रहे हैं.

सेवा इंटरनेशनल टीम में विशेष आपदा टीम के उपाध्यक्ष स्वदेश कटोच ने बताया कि अमेरिका के शीर्ष बीस डाक्टरों की टीम बनाई गई है, जो हेल्पलाइन के माध्यम से कोविड-19 के मरीजों को समय-समय पर सलाह दे रही है. इस कार्य में प्रतिदिन हजारों भारतीय परिवार जुड़ते जा रहे हैं, जो विभिन्न तरह की सेवाएं देने में जुटे हैं. ये सेवाएं वृद्ध जनों को दवाएं पहुंचाने, भोजन सामग्री, कोविड -19 मरीजों की डाक्टरों के साथ मुलाकात कराने, बीमार मरीजों की थेरेपिस्ट के साथ मुलाकात कराने, बच्चों को मनोवैज्ञानिक रूप से मदद करने में जुटे हैं. सेवा इंटरनेशनल की एक टीम रात-दिन अमेरिका में वाशिंगटन डीसी स्थित भारतीय दूतावास और सभी छह कॉंसलेट-न्यूयॉर्क, शिकागो, ह्युस्टन, सान फ्रांसिस्को और जार्जिया की राजधानी में वीजा अधिकारियों और राजनयिकों के साथ काम करने में जुटी है.

अमेरिका की तीन सौ यूनिवर्सिटी में ढाई लाख स्टूडेंट्स हैं जो इस समय अस्थाई तौर पर बंद हैं. इन सभी छात्रों की हेल्थ, वित्तीय और मनोवैज्ञानिक समस्याओं के प्रति सेवा इंटरनेशनल की एक अन्य टीम लगातार जुटी हुई है.

सेवा इंटरनेशनल के अध्यक्ष एवं ओहायो यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर श्रीनाथ ने बताया कि भारत में रह रहे इन छात्रों के अभिभावकों के साथ उनकी टीम के लोग लगातार सम्पर्क बनाए हुए हैं. इस दौरान मेरा इन छात्रों के अभिभावकों से निवेदन है कि वे भी हेल्पलाइन से जुड़े रहें और समय-समय पर उनसे सम्पर्क कर सकते हैं.

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