करंट टॉपिक्स

जहां हैं, वहीं रहें, सुरक्षित रहें – संपूर्ण देश में लॉकडाउन तीन मई तक के लिए बढ़ा

Spread the love

नई दिल्ली. वैश्विक महामारी कोविड-19 के खिलाफ भारत की लड़ाई जारी रहेगी. इससे निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन को 03 मई तक के लिए बढ़ा दिया है. इसलिए पूरी निष्ठा के साथ 03 मई तक लॉकडाउन के नियमों का पालन करें, जहां हैं, वहां रहें, सुरक्षित रहें.

आज पूरे विश्व में कोरोना महामारी की जो स्थिति है, उससे हम सभी अच्छी तरह से परिचित है. अन्य देशों के मुकाबले भारत अपने यहां संक्रमण रोकने के प्रयास में काफी हद तक सफल हुआ है. आगे भी इसे देश में फैलने से रोका जा सके और आगे किस तरह से बढ़ाया जाए, इस पर  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राज्यों के साथ निरंतर मीटिंग करके सुझाव लिए. जिस पर सभी ने लॉकडाउन बढ़ाने के पक्ष में सहमति जताई. जिसे देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मानवहित के लिए लॉकडाउन को  तीन मई तक बढ़ा दिया है.

अपने संबोधन में पीएम ने कहा लॉकडाउन के इस समय में देश के लोग जिस तरह नियमों का पालन कर रहे हैं, जितने संयम से अपने घरों में रहकर त्यौहार मना रहे हैं, वो बहुत प्रशंसनीय है. हालांकि इससे दिक्कतें बहुत आई हैं. किसी को खाने की परेशानी तो किसी को आने-जाने की परेशानी, कई लोग अपने घर-परिवार से दूर हैं. जो रोज कमाने-खाने वाले परिवार हैं उनको दिक्कतें हो रही है. फिर भी देश की खातिर, एक अनुशासित सिपाही की तरह अपने कर्तव्य निभा रहे हैं. लेकिन वो हमारा परिवार हैं. इसलिए मेरी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक  इनके जीवन में आई मुश्किल को कम करना है.

भारत ने, समस्या बढ़ने का इंतजार नहीं किया, बल्कि जैसे ही समस्या दिखी, उसे तेजी से फैसले लेकर उसी समय रोकने का प्रयास किया. भारत ने holistic approach  न अपनाई होती, integrated approach  न अपनाई होती, तुरंत लॉकडाउन के फैसले न लिए होते तो आज भारत की स्थिति कुछ और होती. लेकिन बीते दिनों के अनुभवों से ये साफ है कि हमने जो रास्ता चुना है, वो सही है.

अगर आर्थिक दृष्टि से देखें तो अभी ये मंहगा जरूर लगता है, लेकिन भारतवासियों की जिंदगी के आगे, इसकी कोई तुलना नहीं हो सकती. सीमित संसाधनों के बीच, भारत जिस मार्ग पर चला है, उस मार्ग की चर्चा आज दुनिया भर में हो रही है.

फिलहाल कोरोना संक्रमण न फैले इसके लिए हमें Hotspots वालों जगहों को लेकर बहुत ज्यादा सतर्कता बरतनी होगी. जिन स्थानों के Hotspot में बदलने की आशंका है, उस पर भी हमें कड़ी नजर रखने की जरूरत है. इसलिए अगले एक सप्ताह में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में कठोरता और ज्यादा बढ़ाई जाएगी. 20 अप्रैल तक हर कस्बे, हर थाने, हर जिले, हर राज्य को परखा जाएगा, वहां लॉकडाउन का कितना पालन हो रहा है, उस क्षेत्र ने कोरोना से खुद को कितना बचाया है, इसका मूल्यांकन किया जाएगा. जो जो क्षेत्र इस अग्निपरीक्षा में सफल होंगे. वो Hotspot में नहीं होंगे और जिनके Hotspot में बदलने की आशंका भी कम होगी, वहां पर 20 अप्रैल से कुछ जरूरी गतिविधियों की अनुमति दी जा सकती है. इस विषय में सरकार की तरफ से विस्तृत गाइडलाइन जारी की जाएगी.

इस समय रबी फसल की कटाई का काम भी जारी है. केंद्र सरकार और राज्य सरकारें मिलकर प्रयास कर रही हैं कि किसानों को कम से कम दिक्कत हो. वहीं भारत में आज हम एक लाख से अधिक बेड की व्यवस्था कर चुके हैं. इतना ही नहीं 600 से भी अधिक ऐसे अस्पताल हैं, जो सिर्फ कोविड के इलाज के लिए काम कर रहे हैं. इन सुविधाओं को और तेजी से बढ़ाया जा रहा है.
पीएम ने कहा आज भारत के पास भले सीमित संसाधन हों, लेकिन मेरा भारत के युवा वैज्ञानिकों से विशेष आग्रह है कि विश्व कल्याण के लिए, मानव कल्याण के लिए, आगे आएं, कोरोना की वैक्सीन बनाने का बीड़ा उठाएं. हम धैर्य बनाकर रखेंगे, नियमों का पालन करेंगे तो कोरोना जैसी महामारी को भी परास्त कर पाएंगे.

इसी विश्वास के साथ अंत में आज 7 बातों में आपका साथ मांग रहा हूं.
पहली बात – अपने घर के बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें. विशेषकर ऐसे व्यक्ति जिन्हें पुरानी बीमारी हो, उनकी ज्यादा देखभाल करें.

दूसरी बात – लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंस की लक्ष्मण रेखा का पूरी तरह पालन करें. घर में बने मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करें.

तीसरी बात – अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए, आयुष मंत्रालय द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें, गर्म पानी, काढ़ा, इनका निरंतर सेवन करें.

चौथी बात – कोरोना संक्रमण का फैलाव रोकने में मदद करने के लिए आरोग्य सेतु मोबाइल App जरूर डाउनलोड करें, दूसरों को भी इस App को डाउनलोड करने के लिए प्रेरित करें.

पांचवी बात – जितना हो सके उतने गरीब परिवार की देखरेख करें, उनके भोजन की आवश्यकता पूरी करें.

छठी बात – आप अपने व्यवसाय, अपने उद्योग में अपने साथ काम करने वाले लोगों के प्रति संवेदना रखें, किसी को नौकरी से न निकालें.

सातवीं बात – देश के कोरोना योद्धाओं, हमारे डॉक्टर- नर्स, सफाई कर्मी-पुलिसकर्मी का पूरा सम्मान करें.

वयं राष्ट्रे जागृयाम”, हम सभी राष्ट्र को जीवंत और जागृत बनाए रखेंगे. हम धैर्य बनाकर रखेंगे, नियमों का पालन करेंगे तो कोरोना जैसी महामारी को भी परास्त कर पाएंगे.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *