रांची (विसंकें). राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ झारखंड प्रांत सह प्रांत कार्यवाह राकेश जी ने कहा कि “पश्चिम बंगाल में जिहादी तत्वों के निरन्तर बढ़ रहे हिंसाचार,वहां की सरकार द्वारा मुस्लिम वोट बैंक की राजनीति के चलते राष्ट्र विरोधी तत्वों को दिये जा रहे बढ़ावे तथा राज्य में घटती हिन्दू जनसंख्या के प्रति संघ गहरी चिन्ता व्यक्त करता है. भारत-बांग्लादेश सीमा से मात्र 8 किमी. अन्दर स्थित कालियाचक (मालदा) पुलिस स्टेशन पर राष्ट्रविरोधी जिहादी तत्वों द्वारा आक्रमण कर लूट-पाट करने, आपराधिक रिकार्ड जला देने तथा राज्य में अनेक स्थानों पर सुरक्षा बलों पर हमलों की बढ़ती घटनाएं, राष्ट्रीय सुरक्षा व कानून व्यवस्था के लिये गंभीर चुनौती बन गई हैं. कट्टरपंथी मौलवियों द्वारा हिंसा को बढ़ावा देने वाले फतवे खुलेआम जारी किए जा रहे हैं. कटवा, कलिग्राम, ईलामबाजार, मेटियाबुरुज (कोलकाता) सहित अनेक स्थानों पर कट्टरपंथियों द्वारा हिन्दू समाज पर आक्रमण किये जा रहे हैं. समाज पर हो रहे इन अत्याचारों के सर्वाधिक शिकार अनुसूचित जाति के लोग हैं. जुरानपुर, वैष्णव नगर, खड़गपुर व मल्लारपुर में वर्ग के 6 लोगों की हत्या हुई तथा गत दुर्गापूजा के दिनों इसी वर्ग की 17 वर्षीय एक छात्रा पर एसिड बल्ब से हमला किया जो उसकी मृत्यु का कारण बना. राकेश जी रांची में प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने प्रतिनिधि सभा में पारित प्रस्ताव के संबंध में जानकारी दी.
प्रश्नों का उत्तर देते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में सुनियोजित तरीके से उपद्रव मचा रहे उन्मादी कट्टरपंथियों को मंत्री पद व अन्य महत्त्वपूर्ण राजनैतिक व शासकीय पद देकर प्रोत्साहन दिया जा रहा है, वहीं राज्य सरकार हिन्दू समाज के धार्मिक आयोजनों में बाधाएं खड़ी कर रही है. राकेश जी कहा कि राज्य सरकार एक ओर राष्ट्रभक्ति का संस्कार देने वाले विद्यालयों को बन्द करने की धमकी दे रही है, वहीं दूसरी ओर कुख्यात सिमुलिया मदरसा जैसी हजारों संस्थाओं की ओर से आँख मूँदे हुए है, जिनमें कट्टरपंथी व जिहादी प्रशिक्षण दिया जा रहा है. कट्टरपंथियों के दबाव में पाठ्यपुस्तकों में मूल बांग्ला शब्दों का विकृतीकरण किया जा रहा है. अनेक स्थानों पर शिक्षण संस्थाओं में परंपरा से चली आ रही सरस्वती पूजा को भी बन्द करने का प्रयास किया जा रहा है. संघ कार्यालय निवारनपुर में आयोजित प्रेस वार्ता में प्रांत कार्यवाह नवल किशोर जी भी उपस्थित थे.