तीन पुलिस कर्मी गंभीर रूप से घायल, सात के खिलाफ मामला दर्ज, गश्त पर थी पुलिस टीम
पुलिस ने दो दर्जन से अधिक को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया
टोंक (जयपुर). अब राजस्थान से पुलिस टीम पर हमले की एक ओर घटना सामने आई है. पुलिस टीम लॉकडाउन के दौरान कोरोना संक्रमित क्षेत्रों में गश्त पर थी. टोंक के कोतवाली थाना इलाके में करीब 60-70 लोगों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया. टोंक के मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में लगातार कोरोना संक्रमित रोगी मिल रहे हैं. इसके चलते प्रशासन ने नगर के घंटाघर, काफला बाजार, बम्बौर गेट समेत अन्य स्थानों पर कर्फ्यू लगा रखा है.
शुक्रवार को सुबह बावड़ी मोहल्ला और कसाईयों की गली में लोगों की भीड़ जुटने लगी. लोग अपने- अपने घरों से निकलकर सड़क पर आ रहे थे. वहां तैनात पुलिस कांस्टेबल व कोतवाली पुलिस के स्टाफ ने लोगों से घरों के अंदर ही रहने के लिए कहा. इस पर वहां उपस्थित लोगों ने पुलिस का विरोध शुरू कर दिया. पुलिस ने थोड़ी सी सख्ती बरतना शुरू की, इतने में लोगों ने डंडों, सरिए व पत्थरों आदि से पुलिस पर हमला बोल दिया. घटना की सूचना मिलने पर पुलिस लाईन से अतिरिक्त पुलिस बल को क्षेत्र में भेजा गया. घटना में तीन पुलिस कर्मियों को गंभीर चोटें आई हैं.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विपिन शर्मा ने बताया कि शुक्रवार की सुबह तैनात पुलिस कांस्टेबल व कोतवाली पुलिस के स्टाफ ने लोगों से घरों में अंदर रहने को कहा. जिसका कुछ लोगों ने विरोध किया. ऐसे में पुलिस ने सख्ती बरतना प्रारम्भ किया तो बावड़ी मोहल्ला में कसाईयों की गली में रहने वाले लोगों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया. हमले में कांस्टेबल राजेन्द्र, भागचंद और रामराज घायल हो गए. जिनको उपचार के लिए सआदत चिकित्सालय टोंक में भर्ती कराया गया है. क्षेत्र में कर्फ्यू होने के बावजूद आवागमन हो रहा था. पुलिस थाना कोतवाली टोंक में मामला दर्ज किया गया है.
उल्लेखनीय है कि टोंक में तबलीगी मरकज से लौटे लोगों के कारण कोरोना संक्रमितों की संख्या अचानक बढ़ी है. अभी मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में कोरोना संक्रमितों की संख्या 84 तक पहुंच गई है.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, उपमुख्यमंत्री एवं टोंक से प्रतिनिधि सचिन पायलट ने कहा कि कोरोना योद्धाओं पर हमले को किसी रूप में सहन नहीं किया जाएगा. आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. हिंसा में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा.