नई दिल्ली. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की 11 से 13 मार्च तक नागौर में आयोजित अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा – 2016 के विषय में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ दिल्ली प्रान्त के सह संघचालक आलोक कुमार जी, कार्यवाह दिल्ली प्रान्त भारत भूषण विस्तृत जानकारी दी. आलोक कुमार जी ने अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा – 2016 में रखे प्रतिवेदन एवं पारित हुए प्रस्तावों के सन्दर्भ में बताया.
उन्होंने दिल्ली प्रांत के प्रतिवेदन के बारे में बताया कि 2010 से संघ शाखाओं की वृद्धि का अभियान शुरु हुआ था. उस समय दिल्ली में 1400 शाखाएं थीं, जो बढ़कर वर्तमान में 1898 शाखाएं हैं. मात्र 1 वर्ष में यानी 2015-16 में संघ शाखाएं 1780 से बढ़कर के 1898 हुईं. यह किसी भी एक वर्ष की सबसे अच्छी वृद्धि मानी जाएगी.
दिल्ली के 265 सेवा बस्तियां यानी स्लम एवं जेजे क्लस्टर्स में संघ, सेवा भारती एवं बाकी संगठनों के 1100 सेवा कार्य चल रहे हैं. दिल्ली में वनवासी बंधुओं (ट्राइबल्स) के लिए सेवा धाम का विद्यालय काम कर रहा है एवं वनवासी कल्याण आश्रम एक छात्रावास भी चला रहा है. दिल्ली में स्ट्रीट चिल्ड्रन के लिए शिक्षण का काम चल रहा है और और एबन्डन चिल्ड्रन को गोद लेने के लिए मातृछाया के हमारे दो केन्द्र भी हैं.
इस साल हमारे चयनित युवा कार्यकर्ता (आयु 15-40 वर्ष) जिनको हम संघ का शिक्षण करवाते हैं. ऐसे कार्यकर्ताओं की संख्या 2812 है, जो अपना खर्चा करके एवं अपना गणवेष बनाकर शिक्षण प्राप्त करते हैं.
0 दिल्ली में 40 आईटी मिलन चलते हैं. जिसमें इंजीनियर्स तथा विभिन्न क्षेत्रों के प्रोफेशनल इस मिलन में आते हैं.
0 ज्वाइन आरएसएस के माध्यम से लगभग 8 हजार बंधुओं ने संघ से जुड़ने का आग्रह किया है.
0 5 मार्च, 2016 को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वितीय सरसंघचालक परम पूजनीय श्री गुरुजी के जन्मदिवस पर संघ ने निर्णय किया है कि कार्नियल ब्लाइंडनेस को दिल्ली में 3 से 5 वर्ष के अंदर समाप्त किया जाएगा. इसके लिए 3 से 10 अप्रैल तक संघ के कार्यकर्ता प्रत्येक घर में नेतृदान का संकल्प कराने एवं जनजागरण के लिए जाएंगे.