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दिल्ली हिंसा – पीएफआई ने की दंगों की फंडिग, शेल कंपनियां बनाकर दंगाईयों तक पहुंचाया पैसा

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चांद बाग में हुई हिंसा के आरोप में पुलिस ने खालिद सैफी को गिरफ्तार किया, खालिद सैफी ने ही उमर व ताहिर हुसैन के बीच मीटिंग करवाई थी

File Photo

नई दिल्ली. दिल्ली हिंसा के मामले में पुलिस ने खालिद सैफी को गिरफ्तार किया है. खालिद पर दिल्ली के चांद बाग में हुई हिंसा में शामिल होने का आरोप है. खालिद सैफी यूनाईटेड अगेंस्ट हेट नाम का संगठन चलाता है. दिल्ली पुलिस ने इससे पहले दिल्ली में हिन्दू विरोधी हिंसा के आरोप में दो महिलाओं पर भी प्राथमिकी दर्ज की है. उसी एरिया में हुई हिंसा के लिए आप पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन पर भी चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है. एक बड़ा खुलासा यह हुआ है कि खालिद सैफी ने ही उमर खालिद और पार्षद ताहिर हुसैन के बीच मीटिंग करवाई थी. क्राइम ब्रांच ने जो चार्जशीट बनायी है, उसमें दंगों से पहले शाहीन बाग में ताहिर हुसैन और उमर खालिद की महत्वपूर्ण मीटिंग का जिक्र किया गया है. 08 जनवरी को हुई इस मीटिंग में उमर खालिद ने कहा था कि जब अमेरिका के प्रेसिडेंट दिल्ली में होगे तो कुछ बड़ा करना है. जिसके लिए फंडिग पीएफआई द्वारा की जाएगी.

शाहीन बाग ने तैयार की थी दंगों के लिए जमीन

शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में धरना-प्रदर्शन चल रहा था. उसी प्रदर्शन में ताहिर हुसैन और उमर खालिद की मुलाकात खालिद सैफी ने करवाई थी. जहां पर दंगों को लेकर योजना बनी. दंगों के लिए अमेरिकन राष्ट्रपति ट्रम्प के आने का वक्त तय किया गया ताकि हिंसा से व्यापक नरसंहार को अंजाम दिया जा सके. उत्तर पूर्वी दिल्ली में दंगे फरवरी में भड़के थे, जिसमें सीएए के समर्थक और विरोध करने वाले लोगों में हिंसा हुई. जिसमें 53 लोगों ने अपनी जान गंवाई थी और सैंकड़ों लोग घायल हो गए थे.

शाहीन बाग के प्रदर्शन स्थल के समीप ही पीएफआई का मुख्यालय है. जिसकी दिल्ली दंगों में फंडिग को लेकर अहम भूमिका रही है. क्राइम ब्रांच की जांच में खुलासा हुआ है कि फंडिग को दंगाईयों तक पहुंचाने के लिए शाहीन बाग और ओखला में शेल कंपनियां बनाई गई थीं. एक महत्वपूर्ण खुलासे में एक कंपनी के निदेशक के तौर पर पार्षद ताहिर हुसैन का नाम भी जुड़ा है. दंगों से पहले कई जगहों से करोड़ों रूपया जमा करवाया गया और दंगों से ठीक पहले यह पैसा निकालकर दंगाईयों में बांटा गया. शेल कंपनियों के पास कोई काम नहीं था, फिर भी इन कंपनियों में जमा करवाया गया पैसा कई सवाल खड़े करता है. एक शेल कंपनी के निदेशक के रूप में आम आदमी पार्टी के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन की पहचान हो गयी है.

दिल्ली के चांद बाग में हुई हिंसा के आरोप में खालिद सैफी की गिरफ्तारी के पश्चात सोशल मीडिया पर पूरा दिन प्रसारित होते कुछ फोटो —-

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