शिमला (विसंकें). विश्व हिन्दू परिषद् के प्रांत संगठन मंत्री नीरज दुनेरिया ने कांगड़ा के नूरपुर में एक बैठक में कहा कि प्रदेश में धर्म की आड़ में अनेक संदिग्ध गतिविधियां हो रही हैं जो चिंताजनक है. प्रदेश में लव-जिहाद के मामले भी बढ़ रहे हैं, जबकि पहले ऐसी घटनाएं सुनने तक को भी नहीं मिलती थीं. इसके अलावा चोरी छिपे प्रलोभऩ से मतांतरण के अनेक समाचार सुनने को मिल रहे हैं. सरकार को इन गतिविधियों को रोकने के लिए जल्द कदम उठाना चाहिए.
उन्होंने प्रदेश में बाहरी राज्यों से काम के लिए आने वाले प्रवासियों की बढ़ती संख्या पर चिंता जताते हुए कहा कि बाहर से आने वालों का पंजीकरण अनिवार्य होना चाहिए. बाहरी राज्यों से आने वाले एक धर्म विशेष के लोग ही अधिक हैं. जो भी लोग बाहर से आ रहे हैं, उनके बारे में मुख्य जानकारी अवश्य होनी चाहिए कि वो कहां से आया है, क्या काम करता रहा है, कोई आपराधिक रिकॉर्ड तो नहीं है, आदि.
दुनेरिया ने कहा कि वे सरकार से आग्रह करेंगे कि छोटे व्यवसायों को कौशल विकास के अधीन लाकर स्थानीय युवाओं को इसमें लगाना चाहिए ताकि बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिल सके, न कि किसी रोहिंग्या या बांग्लादेशी घुसपैठिये को. बाहर से आने वाले ये लोग झुग्गी झोपड़ियों में रहकर भी मस्जिद और मजार बनाने के कामों को अंजाम दे रहे हैं. अभी कुछ दिन पूर्व नूरपूर के जसूर में एक मामला सामने आया है. उन्होंने चेताया कि किसी भी हालत में प्रदेश को मस्जिद और मजार भूमि नहीं बनने देंगे. उन्होंने प्रदेश में गत वर्षों में घटी घटनाओं का भी उल्लेख किया, जिनमें आंतकवादी अपनी पहचान छिपाकर रह रहे थे और उनको स्थानीय स्तर पर संरक्षण ऐसे ही अवैध तत्वों ने दिया था.
राममंदिर से जागा हिन्दू स्वाभिमान
उन्होंने कहा कि राममंदिर का निर्णय एकमत से आना सम्मान की बात है. इससे हिन्दुओं के स्वाभिमान की रक्षा हुई है. सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के पश्चात सैकड़ों वर्षों से चले आ रहे संघर्, की परिणीति हुई है. उन्होंने कहा कि समाज में गाय को माता के रूप में पूजा जाता है और विश्व हिन्दू परिषद् देशभर में 60 हजार गौशालाएं चला रहा है. बताया कि विहिप संस्कार व समाज जागरण के लिए भी कार्य कर रही है.