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नेत्रदान को जन-जन तक पहुंचाने के लिये मिलकर कार्य करना होगा – डॉ. पवन स्थापक जी

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मुख्य वक्ता सक्षम के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं नेत्र सर्जन डॉ. पवन स्थापक जी ने कहा कि नेत्रदान के लिए लोगों को उत्साही करने की आवश्यकता है. मरणन्नासन व्यक्ति और उसके परिवार वालों के लिए नेत्रदान महादान साबित हो सकता है. उपस्थित विद्यार्थियों से आह्वान करते हुए कहा कि केवल सपने देखने से काम नहीं चलने वाला है. नेत्रदान को जन-जन तक पहुंचाने के लिए विद्यार्थियों को काम करना होगा. उन्हें कमर कसनी होगी. विद्यार्थी केवल भाषण सुनने नहीं आए हैं, हमें नेत्रदान करने के महत्वपूर्ण विचार को आगे बढ़ाना होगा. अगर ऐसा हम कर पाये तो हम सब का यहां आना सार्थक होगा.

समारोह के अध्यक्ष महाप्रबंधक कार्यालय पंजाब नेशनल बैंक जयपुर के मुख्य प्रबंधक दिनेश गुर्जर जी ने कहा कि युवा पीढ़ी इस अभियान से निस्वार्थ भावना से जुडे. विद्यार्थी नेत्रदान के पुनीत कार्य की शुरूआत स्वयं से संकल्प पत्रक भरकर करें. हम सब जानते हैं कोई काम असंभव नहीं है, युवा पीढ़ी ठान ले तो कार्य पूर्ण करके ही दम लेती है.

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, राजस्थान क्षेत्र के सेवा शिक्षण प्रमुख शिवलहरी जी ने कहा कि भगवान ने हमें यह शरीर दिया है. शरीर में विभिन्न अंग भी दिए है, उनमें से आंख भी एक है. भगवान द्वारा प्रदत जो अंग हमारे पास हैं, उन्हें देना ही सेवा है. हम सबको नेत्रदान करने की आवश्यकता है. इस पावन पुनीत कार्य में स्वयं और अपने परिवार की सहभागिता सुनिश्चित करें. ऐसा कर हम स्वस्थ भारत का निर्माण करने में सफल होंगे. कार्यक्रम के अंत में नेत्रदान कराने में सहयोग करने वाली शैक्षणिक संस्थाओं के निदेशकों एवं संस्थाओं के कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया गया.

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