कुरुक्षेत्र. पूर्व न्यायाधीश श्याम लाल जांगड़ा जी ने कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम भारत के किसी नागरिक के खिलाफ नहीं है. ने कुरुक्षेत्र विवि के बीएड कॉलेज में पंचनद शोध संस्थान द्वारा आयोजित गोष्ठी में संबोधित कर रहे थे. उन्होने कहा कि वर्तमान सरकार की कठोर निर्णय लेने की प्रवृत्ति ने देश को सुदृढ़ बनाया है. जनसंख्या नियंत्रण कानून, सिविल कोड, आय से अधिक संपत्ति पर अंकुश को लेकर भी सख्त निर्णय लेने होंगे.
उन्होंने कहा कि मुस्लिम देशों से प्रताड़ना के शिकार शरणार्थियों की पीड़ा पहले ही सुनी जानी चाहिए थी, जिससे उन्हें पीड़ा का दंश नहीं झेलना पड़ता. लेकिन ऐसा संभव नहीं हो सका. अब उनकी समस्याओं का समाधान हुआ है.
गोष्ठी के अध्यक्ष डॉ. प्रदीप चौहान ने कहा कि नागरिकता संशोधन नियम का मतलब अपने देश को मेन्टेन करना है जो नागरिक अपने देश से प्यार करता है, वह इस अधिनियम के पक्ष में है. धर्म निरपेक्षता का लबादा ओढ़े कुछ नेता देश का माहौल खराब करना चाहते हैं. भारत को कम्फर्ट जोन मान कर यहां माहौल खराब करते हैं, इस कानून से घुसपैठियों को ही खतरा है नागरिकों को नहीं व यह कानून 100 प्रतिशत भारतीयों के हक़ में है.
मुस्लिम खिदमत मंच, कुरुक्षेत्र के अध्यक्ष बी.आर. चौहान ने सीएए लागू करने पर प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया.