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पर्यावरण को बचाना है तो भारतीय संस्कृति को अपनाएं – वीएस शर्मा

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अपना संस्थान (3)जयपुर (विसंकें). सीआरपीएफ जयपुर के डीआईजी वीएस शर्मा ने कहा कि भारतीय संस्कृति में प्राचीन काल से ही पर्यावरण संरक्षण को विशेष महत्व दिया गया है. उसके दीर्घकालिक संरक्षण को सुनिश्चित करने के लिए प्रकृति को सीधे धर्म से जोड़ दिया गया. परिणामस्वरुप समाज ने बहुत से औषधीय गुणों वाले पेड़-पौधों का पूजन शुरू कर दिया. लेकिन कालांतर में मनुष्य के लालच और प्रकृति के अत्यधिक दोहन ने स्थिति को विकट बना दिया. वह अपना संस्थान की ओर से जयपुर में अम्बाबाड़ी स्थित आदर्श विद्या मंदिर विद्यालय परिसर में आयोजित वृक्षारोपण महा-अभियान और पर्यावरण संरक्षण संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के तौर पर संबोधित कर रहे थे.

उन्होंने राजस्थान के डांग क्षेत्र का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां पहले कभी बेहतर जल स्तर हुआ करता था, लेकिन वक्त के साथ वहां भी जल स्तर बहुत नीचे चला गया. वर्ष 1952 में बनी राष्ट्रीय नीति के अनुसार 33 फीसद जमीन पर जंगलों का होना जरूरी है. लेकिन सारे प्रयासों के बावजूद 22 फीसद का आंकड़ा हासिल हो पाया है. इसलिए असंतुलित प्रकृति, जलवायु परिवर्तन और मानव के अस्तित्व के लिए पेड़ों के विनाश को रोकना होगा. कंक्रीट के बेतरतीब जंगलों की वजह से भी प्रदेश के कई इलाके डार्क जोन में तब्दील हो रहे हैं.

संस्थान के राजस्थान क्षेत्र के सचिव विनोद मैलाना ने कहा कि बीते वर्ष दुनियाभर के राष्ट्रों ने पेरिस में जलवायु परिवर्तन के दुष्परिणामों को लेकर जो संवाद किया, उसे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने भी गंभीरता से लिया और इसी कड़ी में जनवरी में अजमेर के किशनगढ में आयोजित अपना संस्थान (1)विशेष बैठक में राजस्थान में सघन वृक्षारोपण को लेकर अपना संस्थान यानी अमृतादेवी पर्यावरण नागरिक संस्थान का गठन किया गया. महा-अभियान को लेकर कहा कि चालू वर्ष में प्रदेशभर में छह लाख छायादार और फलदार पौधे लगाए जाएंगे. इन सभी पौधों की निरन्तर मॉनिटरिंग भी की जाएगी. योजना को सफल बनाने के लिए इसे जन -अभियान का रूप दिया जा रहा है. इसके तहत कार्यकर्ता अपने क्षेत्र के सामाजिक संगठनों, संस्थाओं एवं समितियों से सम्पर्क कर रहे हैं. अभियान से शिक्षण संस्थानों को भी जोड़ा जाएगा. 02 अगस्त हरियाली अमावस्या और 12 सितम्बर को अमृतादेवी बलिदान दिवस पर सघन पौधारोपण करने की योजना है.

विशिष्ट अतिथि कृष्णदास जी ने कहा कि जिस भारत में नदियों को मां मानने और पहाड़ों को पूजने की परंपरा रही है, वहां पर्यावरण संरक्षण की दुर्दशा बेहद चिंताजनक है. उन्होंने सरकार के साथ समाज से भी अभियान में सक्रिय रूप से जुड़ने का आह्वान किया. स्वच्छ्ता और वृक्षारोपण के लिए विशेष कार्य कर रहे सामाजिक कार्यकर्ताओं का सम्मान किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त जयपुर दक्षिण करण शर्मा ने की. इस मौके पर अतिथियों व गणमान्यजनों ने विद्यालय प्रांगण में वृक्षारोपण किया.

अपना संस्थान (2)

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