कांग्रेस विधायक रह चुके हैं एक रुपये वाले डाक्टर
केंद्र द्वारा पद्मश्री पुरस्कार के लिए चुने जाने पर डॉक्टर सुशोभन बनर्जी ने इसका श्रेय उन लोगों को दिया, जिनके लिए उन्होंने अपना जीवन लगा दिया.
पश्चिम बंगाल के बोलपुर में डॉक्टर बनर्जी को एक टाकार डॉक्तार (एक रुपये के डॉक्टर) के रूप में जाना जाता है. डॉक्टर बनर्जी केवल एक रुपये में लोगों का इलाज करते हैं. उनके इसी सेवाभाव के कारण उन्हें पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा.
पद्मश्री पुरस्कार के लिए चुने जाने पर डॉक्टर बनर्जी ने कहा कि “मैं 57 साल से मरीजों का इलाज कर रहा हूं. यह पद्मश्री केवल उन्हीं के कारण संभव हुआ है. मैं यह पुरस्कार उन्हें समर्पित करता हूं.” डॉक्टर बनर्जी बीरभूम जिले के बोलपुर विधानसभा क्षेत्र से 1984 में कांग्रेस विधायक भी रह चुके हैं. पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी फोन कर उन्हें बधाई दी.
डॉ. सुशोभन बनर्जी ने कहा कि उन्हें यह जानकर आश्चर्य हुआ कि केंद्र की भाजपा सरकार ने इस वर्ष की पद्म पुरस्कारों की सूची में उनका नाम शामिल किया है. यह जानकर आश्चर्य हुआ क्योंकि मैं कांग्रेस का विधायक रहा हूं, फिर भी भाजपा सरकार ने मुझे पद्म पुरस्कार के लिए चुना है, इसलिए मैं उनका आभारी हूं.
डॉक्टर बनर्जी ने कोलकाता के मेडिकल कॉलेज से स्नातक की उपाधि प्राप्त की और बाद में कोलकत्ता विश्वविद्यालय से पैथोलॉजी में स्नातकोत्तर उपाधि पूरी की. इसके बाद वे हेमाटोलॉजी में डिप्लोमा के लिए लंदन चले गए. उन्होंने चार साल तक लंदन में काम किया. बाद में जरूरतमंद लोगों की सेवा के लिए अपने मूल बोलपुर लौटने का निर्णय लिया. तब से लेकर आज तक जरूरतमंदों की सेवा में रत हैं, लोगों से उपचार के लिए केवल एक रूपया ही लेते हैं.