पश्चिम बंगाल में उत्तर दिनाजपुर के पांजीपाड़ा गांव के एक मंदिर में कुछ शरारती तत्वों ने मांस का टुकड़ा फैंका दिया. घटना शिवरात्रि से ठीक एक दिन पहले की है. शिवरात्रि के दिन सुबह जब लोग दर्शन के लिए मंदिर गए तो उन्हें मंदिर में मांस के टुकड़े मिले. शिवरात्रि के दिन मंदिर में मांस का टुकड़ा मिलने से स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया. घटना की जानकारी मिलने पर स्थानीय लोगों ने सड़क पर विरोध- प्रदर्शन किया.
प्रदर्शन कर रहे लोगों की मांग थी कि मंदिर में मांस फैंकने वाले आरोपियों को पुलिस तलाश कर गिरफ्तार करे. लेकिन सरकार के इशारों पर नाचने वाली पुलिस ने अपराधियों की पहचान करने के बजाय, प्रदर्शन कर रहे लोगों को वहां से हटाने की कोशिश की. जब प्रदर्शनकारी नहीं हटे तो पुलिस पर उन पर लाठियां बरसानी शुरू कर दीं. जानकारी के अनुसार मंदिर में मांस फैंके जाने के विरोध में शांतिपूर्वक तरीके से विरोध प्रदर्शन करने वाले लगभग 200 स्थानीय लोगों पर पुलिस ने लाठीचार्ज करने के बाद उन्हें जबरन गिरफ्तार भी किया. जबकि मांस का टुकड़ा फेंकने वाले आरोपी की अभी तक पहचान भी नहीं हो सकी है और ना ही इस मामले में किसी की गिरफ्तारी हुई है.
पश्चिम बंगाल के प्रभारी और राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने ममता बनर्जी पर हमला बोला. विरोध कर रही महिलाओं का वीडियो शेयर करते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने पूछा कि ममता बनर्जी बताएं कि बंगाल में आखिर क्या हो रहा है? विजयवर्गीय ने ट्विटर पर लिखा – “पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कितना भी सेक्युलर बनने का ढोंग करें, पर असलियत में हिन्दू धर्मस्थलों की हालत बेहद ख़राब है. इस्लामपुर के पांजीपाड़ा इलाके में एक मंदिर में गोमांस फैंकने वालों पर जब पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, तो महिलाओं को लाठी-डंडे उठाना पड़े.”