मलिक असगर हाशमी
पाकिस्तान के सिंध प्रांत में बसे सिधी हिन्दुओं को उजाड़ने के लिए किए जा रहे षड्यंत्र के तहत उन पर हमले तेज हो गए हैं. हाल के दिनों में मजहबी कट्टरपंथियों द्वारा उन्हें निशाना बनाने का क्रम इस कदर बढ़ गया है कि वे एक सदमे से उबरते हैं, दूसरा सामने खड़ा मिलता है.
सिंध के थारपारकर जिले के ताड़दो के हल और मटियारी गांव में 21 हिन्दुओं के घरों में आगजनी, हत्या और मार-पीट की घटना के सदमे से वे उभर भी नहीं पाए थे कि घोटकी जिले के बरझुंडी गांव से एक हिन्दू लड़की कविता कुमारी का कन्वर्जन की नियत से अपहरण कर लिया गया. चूंकि कविता कुमारी के अपहरण में प्राइवेट आर्मी रखने वाले मिट्ठू मियां का हाथ है, इसलिए उससे टकराने की हिम्मत किसी की नहीं. इस बाबत जानकारी देने वाले पेहनजी अकबर ने बताया कि मिट्ठू मियां के प्रधानमंत्री इमरान खान और सेना प्रमुख कमर वहीद बाजवा से सीधे ताल्लुकात हैं. उसका इतना रसूख है कि वह फायरिंग की ट्रेनिंग अपने घर के पास के सैनिक छावनी में लेता है.
नाबालिग हिन्दू लड़कियों के अपहरण और जबरन इस्लाम कबूलवाने के मामले में शामिल रहा है. बताते हैं कि इसने अपने घर में ‘हरम’ बना रखा है, जहां अपहरण कर लाई गई लड़कियों से जोर-जबरदस्ती करता है. बाद में इन लड़कियों को निकाह के बहाने पैसे लेकर किसी प्रौढ़ को बेच देता है. कविता कुमारी के अपहरण के बाद से उसके माता-पिता उसकी बरामदगी के लिए एक अधिकारी से दूसरे अधिकारी के दफ्तर के चक्कर काट रहे हैं, पर कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है.
इसी तरह वे लोग भी मदद की गुहार के लिए दर दर की ठोकरें खा रहे हैं, जिनके घरों को आग के हवाले कर दिया गया. हल और मटियारी में हिन्दुओं में दहशत फैलाकर उन्हें उनकी जमीन से बेदखल करने के लिए गत दिनों 21 घरों में आग लगा दी गई थी. इस घटना को लेकर वायरल वीडियो में धूं-धूं करते घरों और चीख-पुकार करते हिन्दू परिवारों को साफ देखा जा सकता है. आगजनी के समय कई लोग अपने घरों के अंदर सो रहे थे, जिनकी जलने से मौत हो गई. मृतकों में बच्चे भी शामिल हैं. इससे पहले भी सिंध प्रांत के दो स्थानों पर हिन्दुओं के बारह से अधिक घर जला दिए गए थे, जिसमें तीन मासूम बच्चों की जान चली गई थी. इसी तरह सिंध के उमर कोट में टेकम दास नामक एक हिन्दू ने स्थानीय मुसलमानों के अत्याचार से तंग आकर खुद को समाप्त कर लिया.
लगातार बढ़ रहे हिन्दुओं पर हमले
दो दिन पहले सिंध प्रांत के मटियारी जिले के हाला कस्बे में मजहबी गुंडों ने हिन्दू भील जनजाति के लोगों पर घातक हथियारों से हमला किया था. इस दौरान भी महिला, पुरूषों, बच्चियों और बच्चों के साथ न केवल अत्याचार किया गया, बल्कि कइयों को गोली मार दी गई, जिनमें से कई लोगों का इलाज अभी भी स्थानीय अस्पताल में चल रहा है. एक सिंधी न्यूज चैनल के पत्रकार अब्दुल गफूर कहते हैं कि पुलिस की मौजूदगी में मुसलमानों ने भील हिन्दुओं के साथ अत्याचार किए. पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के अधिकारों के लिए सक्रिय अधिवक्ता राहत औस्टीन कहते हैं कि इस घटना के तुरंत बाद पंजाब के रहीम यार खान शहर के चक 121 में गरीब किसान गुलाब के घर पर धावा बोलकर मजहबी कट्टरपंथियों ने तोड़फोड़ की. विरोध करने पर न केवल गुलाब, बल्कि उसकी पत्नी को भी लहूलुहान कर दिया. घटना के समय मौजूद लोगों का कहना है कि भीड़ की मौजूदगी में गुलाब की पत्नी से बलात्कार किया गया. इस मामले में पंजाब सरकार और मुकामी पुलिस से गुहार लगाने के बावजूद पीड़ित परिवार की शिकायत पर अब तक कार्रवाई नहीं की गई है.
ईसाइयों को भी बना रहे शिकार
पिछले दिनों एक चर्च पर कब्जा करने की नियत से शेखपुरा के कालाशाह काकू के पास फरोजा वाला में हमला किया गया. मुसलमानों ने चर्च में तोड़ फोड़ भी की. विरोध करने पर चर्च के पादरी और उसकी पत्नी को पीटकर बुरी तरह घायल कर दिया. कोरोना संक्रमण को लेकर विश्वभर में मची अफरा-तफरी के बीच पाकिस्तान के हिन्दुओं पर एकाएक हमले तेज हो गए हैं. इस महारोग के पाकिस्तान में कदम रखने से लेकर अब तक हिन्दुओं और ईसाइयों पर हमले की पचास से अधिक घटनाएं हो चुकी हैं. राहत औस्टीन कहते हैं कि इस दौरान हमलावर इस प्रयास में दिखे कि वर्षों से वहां रह रहे अल्पसंख्यकों से उनकी जमीन छीन ली जाए.
साभार – पाञ्चजन्य