पुलवामा हमले की आज पहली बरसी है. पूरा देश पुलवामा आतंकी हमले में वीरगति को प्राप्त हुए जवानों को श्रद्धासुमन अर्पित कर रहा है. श्रीनगर के पुलवामा में पिछले साल आज ही के दिन पाकिस्तान की शह पर, आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद द्वारा सीआरपीएफ के काफिले पर आत्मघाती हमला किया गया था, जिसमें हमारे 40 वीर जवान बलिदान हो गए थे.
जम्मू-कश्मीर राष्ट्रीय राजमार्ग पर करीब 2500 जवानों को लेकर 78 बसों में सीआरपीएफ का काफिला गुजर रहा था. सामान्य दिन की तरह ही उस दिन भी सीआरपीएफ के वाहनों का काफिला अपनी गति से जा रहा था. सीआरपीएफ का काफिला पुलवामा पहुंचा ही था, कि तभी सड़क की दूसरी ओर से आ रही एक कार ने सीआरपीएफ के काफिले के साथ चल रहे वाहन में टक्कर मार दी. जैसे ही कार टकराई और सीआरपीएफ के जवान कुछ समझ पाते, एक जोरदार धमाका हो गया, धमाके के साथ ही पूरा देश दहल उठा.
अन्य गाड़ियों में जवान कुछ समझ पाते, उससे पहले ही आतंकियों ने गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. जवानों की ओर से भी प्रतिकार शुरू हुआ तो आतंकी वहां से दुम दबाकर भाग गए. पाकिस्तान के कायराना हमले के बाद पूरा देश रो रहा था. पाकिस्तान को सबक सिखाने की मांग सब तरफ से उठ रही थी. बलिदानी सैनिकों के परिजनों के साथ देश का हर नागरिक खड़ा था, जिससे जो संभव हो सका मदद के लिए आगे आया.
जहां हर नागरिक की आंख में आंसू छलक रहे थे, कुछ आस्तीन के सांप ऐसे भी थे जो फूले नहीं समा रहे थे. सोशल मीडिया पर प्रसन्नता जता रहे थे. देश के जागरूक नागरिकों ने ऐसे लोगों की पहचान की और उन्हें सजा के दरवाजे तक पहुंचाया. संभवतया पहली बार हुआ होगा कि देश में छिपे बैठे दुश्मनों के खिलाफ एक साथ कार्रवाई हुई हो.
आज पुलवामा आतंकी हमले की पहली बरसी पर देश अपने वीर जवानों का स्मरण कर रहा है तथा अपने श्रद्धा सुमन अर्पित कर रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बलिदानी सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की.
Tributes to the brave martyrs who lost their lives in the gruesome Pulwama attack last year. They were exceptional individuals who devoted their lives to serving and protecting our nation. India will never forget their martyrdom.
— Narendra Modi (@narendramodi) February 14, 2020