जयपुर (विसंकें). वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के कारण देश में 33 दिनों से लॉकडाउन है, ऐसे में चारों ओर आवागमन बंद पड़ा है. हर आपदा, विपदा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक हमेशा लोगों की सेवा करते आए हैं. जहां संघ के सैकड़ों स्वयंसेवक अपने को सुरक्षित रखते हुए बस्ती-बस्ती में जाकर खाद्यान्न सामग्री पहुंचाकर राहत दे रहे हैं.
जयपुर में विजयनगर इकाई के स्वयंसेवकों द्वारा 150 राशन सामग्री किट की व्यवस्था की गई. राजस्थान क्षेत्र प्रचारक निंबाराम भी उपस्थित रहे. इसी प्रकार पूर्व सैनिक सेवा परिषद ने प्रांत प्रचारक डॉ. शैलेंद्र के माध्यम से जयपुर महानगर में वितरण के लिए 100 राशन की किट प्रदान की. बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के साथ प्रांत प्रचारक ने नगर के समीपवर्ती जंगल में पशु-पक्षियों के लिए दाने चुग्गे की व्यवस्था का शुभारम्भ किया. महानगर सेवा प्रमुख राजेन्द्र शर्मा ने बताया कि समाज संकट में है और ऐसी परिस्थिति में संघ के स्वयंसेवक समाजहित के कार्य करते हुए आवश्यकता वाले परिवारों में भोजन व राशन सामग्री के किट का वितरण कर रहे हैं. स्वयंसेवक यह प्रयास कर रहे हैं कि समाज का कोई भी व्यक्ति भोजन सामग्री के अभाव में भूखा नहीं रहे.
22 अप्रैल तक किए गए सेवा कार्य
लॉकडाउन शुरू होने से लेकर 22 अप्रैल तक 1705 स्वयंसेवकों द्वारा 246 स्थानों पर 5 लाख 26 हजार 766 भोजन के पैकेट तथा 18 हजार 409 सूखे राशन की किट वितरित की गई. इसी प्रकार 36 हजार 411 मास्क, मवेशियों के लिए 5 हजार किलो चारा, पक्षियों के लिए 40 स्थानों पर 435 किलो चुग्गा व 104 परिंडे लगाए गए, 1310 किलो फल वितरण, सेवा बस्तियों में 8 टैंकर पेयजल, 2600 किलो सब्जी, 2800 लोगों को अल्पाहार के अलावा 440 पैकेट काढ़ा, 15 स्थानों पर 1500 लोगों को काढ़ा वितरण, 350 पैकेट साबुन, 50 पैकेट दस्ताने व 1155 सेनेटाइजर की बोतल वितरण के साथ 7 वार्डों में 7 हजार घरों को सेनेटाइज़ किया गया.
इसके साथ ही आमजन की सेवा में दिन-रात डयूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों के लिए 9 हजार पानी की बोतल व चाय वितरण के अलावा सिविल डिफेंस, 108 एंबुलेंस कॉल सेंटर, अक्षय पात्र, जयपुर डेयरी की व्यवस्थाओं में स्वयंसेवकों द्वारा सहयोग किया जा रहा है. इसके अलावा स्वयंसेवकों द्वारा 24 यूनिट रक्तदान, दूर-दराज के 60 परिवारों के 435 लोगों को जाने की व्यवस्था की गई. इन सभी सेवा कार्यों में संघ समेत उसके समविचारी 19 संगठनों के कार्यकर्ता जुटे हुए हैं.
इस तरह चिह्नित कर किया सामग्री का वितरण
जयपुर महानगर को 4 भागों में बांट रखा है, जिसमें ऋषि गालव भाग, विद्याधर भाग, मानसरोवर भाग व मालवीय भाग हैं. चार भागों को नगरों तथा बस्तियों में विभाजित कर सभी के गटनायक बना रखे हैं. गटनायकों से उनके आस-पास रहने वाले ऐसे नाम मागे गए हैं, जिन्हें वास्तविक जरूरत हो, वह किसी से बोल भी नहीं पा रहे हों और निराश्रित, निःशक्तजन हों. नाम आने के बाद उन्हें खाद्यान्न किट का वितरण गटनायकों के माध्यम से किया जा रहा है.