पटना (विसंकें). नववर्ष आयोजन समिति के अध्यक्ष अर्जित शाश्वत चौबे जी ने कहा कि भागलपुर में प्रशासन अपनी अकर्मण्यता छिपाने के लिए गलत एफआईआर दर्ज कर रहा है. भागलपुर में प्रतिवर्ष भारतीय नववर्ष के उपलक्ष्य में शोभा-यात्रा निकाली जाती है. इस वर्ष भी 17 एवं 18 मार्च को भारतीय नववर्ष पर कार्यक्रम आयोजित किया गया था. भारतीय नववर्ष की पूर्व संध्या पर 17 मार्च को नववर्ष आयोजन समिति द्वारा भव्य शोभा-यात्रा निकली गई. शोभायात्रा 2.30 बजे प्रारंभ हुई और 5.40 बजे सैंडिस कम्पाउंड पहुंचकर शांतिपूर्ण ढंग से समाप्त हो गई. शोभा यात्रा के समाप्त होने के पूर्व जानकारी मिली कि नाथनगर में दो गुटों के बीच झड़प हुई, जिसमें उन्हें अभियुक्त बनाया गया है. अर्जित जी विश्व संवाद केंद्र में आयोजित पत्रकार वार्ता में घटना के संबंध में जानकारी दे रहे थे.
घटनाक्रम की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन द्वारा समाचार-पत्रों को जो जानकारी दी जा रही है, वह भ्रामक है. वास्तव में भागलपुर के नाथनगर थानाध्यक्ष और पुलिस प्रशासन अपनी नाकामी को छिपाने के लिए उपद्रव की घटना को शांतिप्रिय शोभायात्रा से जोड़ रहे हैं. शोभायात्रा में हथियार होना, आपत्तिजनक नारा लगाना, सब झूठ का पुलिंदा है. प्रशासन अपने आप को बचाने के लिए निर्दोष लोगों को लक्षित कर रहा है. शोभा-यात्रा की सूचना और अनुमति मिल गई थी. सभी थानों द्वारा शोभा-यात्रा को स्कॉट करके ले जाया गया था. प्रशासन कुछ प्रश्नों पर मौन है.
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर सारे तथ्य उपलब्ध हैं. तीन घंटे की शोभायात्रा को उनके फेसबुक पेज से लाइव किया गया था. इसके अलावा कई अन्य लोगों ने भी फेसबुक पर पूरी शोभायात्रा को लाइव दिखाया था. ये सारे तथ्य अभी भी उपलब्ध हैं. उन्होंने पूरे घटनाक्रम की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए नाथनगर थाना इंचार्ज, टाउन डीएसपी समेत प्रमुख पुलिस पदाधिकारियों को अविलंब स्थानांतरित करने की मांग की, जिससे निष्पक्ष जांच हो सके.