एसआईटी ने जांच के बाद एएसआई और हेड कांस्टेबल को गिरफ्तार किया
सुकमा. छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सलियों को कारतूस की सप्लाई के मामले में सोमवार 8 जून को एएसआई सहित दो पुलिस कर्मियों को गिरफ्तार किया गया है. नक्सलियों को कारतूस की सप्लाई पुलिस शस्त्रागार से ही हो रही थी. इनका प्रयोग इंसास और एक-47 राइफलों में होता है.
सुकमा के पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा ने बताया कि प्राथमिक जांच में पुलिस लाइन शस्त्रागार से कुछ कारतूस गायब भी मिले हैं. इसके आधार पर वहां तैनात एएसआई आनंद जाटव, प्रधान आरक्षक सुभाष सिंह को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस टीम दोनों से पूछताछ कर रही है.
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों (Naxal) से निपटने के लिए पुलिस और सुरक्षाबल के जवान लंबे अर्से से तैनात हैं. आए दिन नक्सलियों और सुरक्षाबल के जवानों के बीच मुठभेड़ की घटनाएं भी होती रहती हैं. ऐसे में अक्सर ये सवाल उठता है कि नक्सलियों के पास इतनी तादाद में गोला-बारूद और हथियार (Ammunition) कैसे पहुंचते हैं. छत्तीसगढ़ पुलिस की SIT ने मामले में बड़ा खुलासा किया. SIT ने सुकमा में नक्सलियों को कारतूस सप्लाई मामले में एक एएसआई और हेड कॉन्स्टेबल (ASI and Head constable) को रंगेहाथों गिरफ्तार किया. इसके अलावा 4 अन्य लोग भी पकड़े गए, जिनके पास से SIT ने विभिन्न हथियारों के लगभग 1000 से ज्यादा कारतूस बरामद किए. SIT के अनुसार दोनों के संबंध प्रतापपुर एरिया कमेटी के नक्सली लीडर पेद्दा से रहे हैं.
SIT के अनुसार नक्सलियों को हथियार और गोला-बारूद सप्लाई करने के मामले की जांच पिछले कई दिनों से चल रही है. कारतूस सप्लाई मामले में 4 जून को मुखबिर से सूचना मिली कि कुछ संदिग्ध शख्स नक्सलियों को बड़ी मात्रा में गोला-बारूद की सप्लाई करने वाले हैं. इसका इस्तेमाल सुरक्षाबल के जवानों की जान लेने की साजिश में किया जाने वाला था. लेकिन SIT ने मलकानगिरि चौक के पास धमतरी के मनोज शर्मा और बालोद निवासी हरिशंकर गेडाम को धर दबोचा. इन दोनों के पास से 395 कारतूस बरामद किए गए. इन्हीं दोनों की निशानदेही पर SIT ने कांकेर के दुर्गकोदुल निवासी गणेश कुंजाम और आत्माराम नरेटी को हिरासत में लिया. इन दोनों के पास से भी SIT ने 695 कारतूस बरामद किए.
ऐसे पकड़े गए ASI और हेड कॉन्स्टेबल
नक्सलियों को कारतूस सप्लाई करने के मामले में 4 लोगों की गिरफ्तारी के बाद भी SIT को शक था कि इसके तार कहीं न कहीं पुलिस विभाग से जुड़े हैं. इसलिए SIT ने मामले की जांच जारी रखी. सुकमा के एसपी शलभ सिन्हा की पहल पर गठित 9 सदस्यों की SIT ने मामले की जब गहराई से जांच की, तो सनसनीखेज खुलासा हुआ. SIT को पता चला कि पुलिस विभाग के शस्त्रागार की जिम्मेदारी संभालने वाला एक ASI और हेड कॉन्स्टेबल ही गिरफ्तार लोगों तक कारतूस पहुंचाता था. पुलिस की नाक के नीचे से ये दोनों शातिर नक्सलियों को गोला-बारूद की सप्लाई करते थे. एसपी ने बताया कि एएसपी सिद्धार्थ तिवारी की अगुवाई में गठित SIT की टीम ने चारों लोगों से पूछताछ और जांच के आधार पर एएसआई और हेड कॉन्स्टेबल को गिरफ्तार किया है.