नई दिल्ली. कल 3 मई प्रात: मध्य रेलवे बैतूल स्टेशन से आठ किलोमीटर दूर मरामझिरी स्टेशन के पास नागपुर से ईटारसी जा रही मालगाड़ी का स्टील से लदा एक डिब्बा पटरी से उतर गया, जिसके कारण एक ट्रेक पर गाड़ियों का आवागमन बन्द हो गया.
रेलवे के अधिकारी, इंजीनियर तथा कर्मचारियों ने तुरंत घटना स्थल पर पहुँचकर सुधार कार्य प्रारंभ कर दिया. मुख्य मार्ग से दो किमी. पहाड़ के अंदर तथा उबड़खाबड़ रास्ते के कारण वहां वाहनों का आना जाना संभव नहीं होने से वहां काम कर रहे कर्मचारियों को पानी चाय आदि पहुंचाना कठिन हो रहा था. जैसे ही यह बात भारत भारती में चल रहे विद्या भारती के प्रशिक्षण वर्ग के अधिकारियों को मालूम हुई, स्वयंसेवक हाथ में ही पानी से भरी टंकियां, बाल्टियां, बोतल और मग्गे लेकर दौड़ पड़े और वहां काम कर रहे कर्मचारियों की पानी तथा चाय की व्यवस्था की. सभी ने ह्रदय से धन्यवाद दिया और दोगुने जोश से सुधार कार्य में लग गये.
एक अधिकारी ने संघ के कार्यकर्त्ता को कहा – मैं बहुत देर से सोच रहा था कि लगता है इस क्षेत्र में आरएसएस का काम नहीं है, पर आप लोगों को दूर से देखकर लगा कि आरएसएस देश में हर जगह है.
दोपहर तीन बजे के लगभग बहुत सुखद आश्चर्य हुआ, जब नागपुर रेलवे के ADRM डॉ. जयदीप गुप्ता जी, EE सुखविंदर जी बैतूल रेलवे के वाणिज्य अधिकारी श्याम धुर्वे जी के साथ भारत भारती आवासीय विद्यालय परिसर में आ गये. कार्यकर्ताओ ने कहा – सर, हमको बुला लिया होत. गुप्ता जी ने कहा “काम पूरा हो गया है, आप लोगों की नि:स्वार्थ सेवा के लिये रेलवे की ओर से धन्यवाद और आभार देने के लिये आया हूँ.
अपने लिये तो अपने कैम्पस में आकर बड़े रेलवे अधिकारी द्वारा धन्यवाद ही सबसे बड़ा पुरस्कार है और सबसे बड़ी बात आपातकालीन सेवा की हमारी परीक्षा भी हो गई.