शिमला (विसंकें). रविवार को हिमगिरी कल्याण आश्रम द्वारा संचालित छात्रावास में वार्षिकोत्सव हर्षोल्लास से मनाया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल आचार्य देवव्रत द्वारा किया गया. कार्यक्रम में आचार्य देवव्रत जी ने कहा कि प्राचीन काल से ही भारतीय भूमि पर विश्व को सुखी करने की भावना रही है. यहां पर पुरातन ऋषि एवं मुनियों का दर्शन ‘सर्वे भवंतु सुखिनः’ का रहा है, जिससे समय-समय पर विश्व ने प्रेरणा ग्रहण की है. युवाओं का आह्वान किया कि देश एवं प्रदेश के विकास के लिए सबको सुखी रखने की भावना को आधार बनाएं. सनातन भारतीय संस्कृति में मानवता की सेवा, परोपकार और सभी के सुखी जीवन की कामना को मनुष्य के उत्थान तथा सामाजिक विकास के लिए अनिवार्य तत्व माना गया है. आज विद्यार्थियों को ऐसे संस्कार दिए जाने की आवश्यकता है जो उनको स्वार्थ की संकीर्ण मानसिकता से उपर उठकर राष्ट्र के उत्थान में आगे बढ़ना सिखाए. उन्होंने कहा कि जब तक युवा सबके हित के बारे में नहीं सोचेंगे, तब तक स्थाई विकास संभव नहीं हो सकता. वर्तमान में सही विकास के लिए किया जाने वाला चिंतन आज राजनीतिक और सामाजिक सोच का महत्वपूर्ण अंग बन गया है.
उन्होंने कहा कि विकास के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए भी सुसंस्कारित और मूल्यों में विश्वास रखने वाले नागरिकों का होना आवश्यक है. उन्होंने आश्रम के विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे स्वतंत्रता सेनानियों एवं महापुरूषों के जीवन से प्रेरणा लें और उनके दिखाये मार्ग का अनुसरण करें, ताकि राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में त्याग और निष्ठा आदि सतगुणों का विकास हो सके. सोलन एवं देश के विभिन्न दूरदराज के क्षेत्रों एवं जनजातीय प्रदेशों में कार्यरत वनवासी कल्याण आश्रम के प्रयासों की सराहना करते हुए आचार्य देवव्रत जी ने कहा कि आज यह आश्रम पूरे देश में युवाओं को सही शिक्षा उपलब्ध करवाने में सराहनीय कार्य कर रहे हैं. उन्होंने हिमगिरी कल्याण आश्रम सोलन द्वारा किये जा रहे कार्यों की भी प्रशंसा की और कहा कि यह आश्रम जिस प्रकार चरित्रवान नागरिकों के निर्माण में अपनी भूमिका निभा रहा है, यह अपने आपमें उदाहरण है.
राज्यपाल ने आश्रम में सराहनीय कार्य करने वाले व्यक्तियों और विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया. इस अवसर पर हिमगिरी कल्याण आश्रम के लिए एक लाख रूपये प्रदान करने की घोषणा भी राज्यपाल ने की. कार्यक्रम में हिमगिरी कल्याण आश्रम के प्रांत सचिव निहाल चंद, वनवासी कल्याण आश्रम के क्षेत्रीय संगठन मंत्री सुरेश कुलकर्णी, सहितच अन्य गणमान्यजन उपस्थित थे.