JNU की पूर्व छात्र नेता व शाह फैसल की पार्टी से नेतागिरी का आगाज करने वाली शेहला रशीद के खिलाफ दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने देशद्रोह के साथ कई अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज की है.
शेहला के खिलाफ आईपीसी की धारा 124-A के तहत देशद्रोह, 153A के तहत धर्म भाषा के आधार पर नफरत फैलाना, 153 में उपद्रव कराने के आशय से कोई काम करना, 504 के तहत शांति भंग करने के आशय से कोई काम करना और 505 के तहत अफवाह फैलाने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है. अब मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल शेहला रशीद से पूछताछ करेगी.
शेहला रशीद पर जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाए जाने के बाद मौजूदा हालात को लेकर भारतीय सेना के खिलाफ झूठी खबरें फैलाने का आरोप है.
शेहला ने भारतीय सेना पर रात में कश्मीर के लोगों के घरों में घुसने, गैर-कानूनी रूप से लड़कों को उठाने, घरों में छानबीन करने, चावलों में तेल मिलाने, शोपियाँ में कश्मीरी लड़कों को बंधक बनाकर दहशत फैलाने जैसे कई आरोप लगाए थे. शेहला के सेना पर लगाए आरोपों के बाद सोशल मीडिया पर काफी हंगामा हुआ था. शेहला इससे पहले भी फेक न्यूज़ फैलाने के अलावा सेना पर कई मनगढ़ंत आरोप लगा चुकी हैं.
शेहला ने अपने एक दूसरे ट्विट में लिखा था, “लोग कह रहे हैं कि जम्मू और कश्मीर पुलिस के पास कानून व्यवस्था का कोई अधिकार नहीं है. उन्हें शक्तिहीन कर दिया गया है. सब कुछ अर्धसैनिक बलों के हाथों में है. सीआरपीएफ के जवान की शिकायत पर एक SHO का ट्रांसफर कर दिया गया था. SHO डंडे के साथ दिखे उनके पास सर्विस रिवाल्वर नहीं देखी गई.”
यहां तक कि भारतीय सेना ने भी शेहला के इन आरोपों को बेबुनियाद और मनगढ़ंत बताया था. भारतीय सेना के बयान के बाद सुप्रीम कोर्ट के वकील अलख आलोक श्रीवास्तव ने शेहला रशीद पर फर्जी खबरें पोस्ट करने का आरोप लगाते हुए आपराधिक मामला दर्ज करने के साथ गिरफ्तारी की मांग भी की थी.
शेहला रशीद फिलहाल आईएएस से नेता बने शाह फैसल के साथ जम्मू-कश्मीर की राजनीति में स्थापित होने की कोशिश कर रही हैं. शाह फैसल वही नेता हैं, जिन्होंने जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 के प्रावधानों को निष्क्रिय किए जाने के बाद ‘बदला’ लेने की धमकी दी थी. उन्हें पिछले दिनों दिल्ली एयरपोर्ट पर उस समय रोक लिया गया था, जब वे देश छोड़ने की कोशिश कर रहे थे. फिलहाल वे श्रीनगर में नजरबंद हैं.