भिलाई. केंद्र सरकार द्वारा पारित नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में हिन्दू जागरण मंच व अन्य सामाजिक संगठनों ने रैली निकाली. रैली के अंत में समर्थन सभा का आयोजन किया गया. समर्थन सभा में हिन्दू जागरण मंच के प्रदेश संगठन मंत्री सुशील यादव ने कहा कि यह कानून भारत में किसी की नागरिकता छीनने का नहीं, बल्कि नागरिकता प्रदान करने का कानून है. जिसमें बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से धार्मिक प्रताड़ना का शिकार होकर 31 दिसंबर 2014 से पूर्व भारत आए हिन्दू, सिक्ख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदाय के लोगों को भारत की नागरिकता प्रदान की जाएगी. ये तीनों देश इस्लामिक देश हैं, जहां हिन्दू, सिक्ख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई अल्पसंख्यक समुदाय के लोग धार्मिक प्रताड़ना के शिकार होकर भारत में आकर बरसों से रह रहे हैं, ऐसे शरणार्थियों को भारत का वैध नागरिक बनाया जाएगा.
हिन्दू जागरण मंच के विभाग प्रमुख सुरेन्द्र कौशिक ने कहा कि भारत में पहले से नागरिक के रूप में रह रहे किसी भी समुदाय की नागरिकता को यह कानून प्रभावित नहीं करता है.
1947 में देश विभाजन के बाद जो हिन्दू, बौद्ध, जैन, सिक्ख, ईसाई और पारसी पश्चिम और पूर्वी पाकिस्तान वर्तमान बांग्लादेश में फंसकर रह गए थे, उन पर तब से भीषण अत्याचार हो रहे हैं. धार्मिक प्रताड़ना से परेशान होकर ये लोग भारत में आए हैं, उन्हें भारत की नागरिकता मिले और उनका जीवन सुखमय हो, अधिनियम का उद्देश्य यही है. कार्यक्रम के अंत में नागरिकता संशोधन अधिनियम के संबंध में पत्रक बांटकर जानकारी दी गई.