दिल्ली, 5 अगस्त, 2014. मेरठ हिन्दू अध्यापिका का मदरसे में मौलवियों द्वारा सामूहिक बलात्कार और जबरन धर्म परिवर्तन कर इस्लाम अपनाने को बाध्य किये जाने पर विश्व हिन्दू परिषद ने सी.बी.आई. जाँच की माँग की है, साथ ही सरकार से देशभर के मदरसों पर छापा मार कर वहाँ भी पीड़ित लड़कियों की तलाश की माँग रखी. इनके विरोध में स्थानीय विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल लोकतांत्रिक आंदोलन पर उतरे हैं.
विश्व हिन्दू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष डॉ प्रवीण तोगड़िया ने 8 माँगें रखी हैं :
1) मेरठ, हापुड़, मुज़फ्फरनगर और अन्य जिन स्थानों के मदरसों में हिन्दू अध्यापिका पर सामूहिक बलात्कार और जबरन धर्म परिवर्तन हुआ, उन सभी स्थानों के सभी मदरसों को ताला लगाया जाये.
2) इन स्थानों के मदरसे जिस इस्लामिक मूल संघटन से जुड़े हों, उनके प्रमुखों और इन मदरसों के सभी मौलवियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाये.
3) मेरठ की हिन्दू अध्यापिका अकेली ही इस गैंग की शिकार नहीं, उनके कहने के अनुसार ऐसी अनेक हिन्दू लड़कियों पर मदरसों में सामूहिक बलात्कार किया जा रहा है, उन्हें जबरन मुसलमान बनाकर अरबी शेखों के लिए दुबई भेजा रहा है, तो यह अनधिकृत अमानवीय सेक्स व्यापार और मानव तस्करी भी है. इसमें लिप्त सभी मौलवी, मदरसों के अन्य कर्मचारी और झूठे कागज़ बनवाकर पासपोर्ट तैयार करने वाले, उनके वीजा का प्रबंध करने वाले, परिवार की बिना ठीक ठीक जाँच किये इन लड़कियों को विदेश भेजने में मदद करने वाले, सभी कार्यालयों के अधिकारी, इन सभी पर कड़ी कार्रवाई कर उन्हें गिरफ्तार किया जाये.
4) उत्तर प्रदेश के ही मदरसों में ही ऐसे गुनाह होते हों ऐसा नहीं. विश्व हिन्दू परिषद और हिन्दू हेल्प लाईन के पास अनेक राज्यों से जिनमें केरल, तमिलनाडु, आंध्र, महाराष्ट्र, बंगाल आदि से ऐसी शिकायतें आती रहती हैं. ऐसे मामले पुलिस के पास दिये जाते हैं लेकिन उनमें आगे कुछ भी नहीं होता. भारत का केंद्रीय गृह विभाग ऐसे मामलों में गंभीर संज्ञान ले तथा देश के सभी मदरसों की तलाशी ले और ऐसी लड़कियों को मुक्त कराये. जो पहले ही विदेश भेजी गयी हैं, उन की जानकारी भी ढूंढ कर वापस उन्हें भी भारत वापस ला कर न्याय दे.
5) मेरठ की अध्यापिका पर सामूहिक बलात्कार, जबरन धर्मपरिवर्तन तथा जबरन वैद्यकीय शल्यक्रिया भी मदरसों द्वारा करायी गयी. उस लड़की के माता-पिता को उसके पेट और अन्य स्थानों पर टांके और ऐसे ही चिन्ह मिले हैं. किसी पर जबरन शल्यक्रिया करवाना यह भी कानूनन जुर्म बनता है. उसमें लिप्त सभी को तुरंत गिरफ्तार किया जाये.
6) गत 5 वर्षों में लापता बच्चों की संख्या में अचानक बड़ी वृद्धि हुयी है. घरों से, रास्तों से, बच्चों को, लड़कियों को उठाकर “जैसे मेरठ की लड़की के साथ किया गया”, अत्याचार कर उनका जबरन धर्मपरिवर्तन कर विदेश भेजने का यह एक भीषण ‘रैकेट’ तो नहीं है, इसकी जाँच केंद्रीय गृह मंत्रालय करे. इस हेतु लापता बच्चों की खोज के लिए एक विशेष ‘सेल’ – विभाग – बनाया जाये और तय समय सीमा में हर जगह, मदरसों में और विदेशों में भी, तलाशी लेकर इसके पीछे का जिहादी और धर्म परिवर्तन का षड्यंत्र उजागर किया जाये.
7 ) ग्रेजुएट होकर भी मेरठ की हिन्दू लड़की को मदरसे जैसे स्थान पर नौकरी ढूंढने जाना पड़ा. सरकारें अल्पसंख्यकों को आरक्षण देने में बहुसंख्य समुदायों के युवाओं पर इस प्रकार से अन्याय कर रही हैं. अब सरकारें सामान्य वर्ग के बहुसंख्यक समाज के पदवीधर युवाओं के लिए नौकरी और बैंक कर्जे के लिए विशेष आरक्षण उपलब्ध कराये ताकि उनका विकास हो और उन्हें धोखादायी स्थितियों में मज़बूरी में नौकरी की तलाश में ना जाना पड़े.
8 ) अल्पसंख्यक आयोग की तरह अब हिन्दू मानवाधिकार आयोग की अत्यंत आवश्यकता हो गयी है. विश्व हिन्दू परिषद और हिन्दू हेल्प लाईन का हिन्दू मानवाधिकार आयोग पहले से ही है, जिनके पास अनेक शिकायतें और जानकारियाँ आती हैं. जितनी हो सके सामाजिक सहायता भी दी जाती है. अब केंद्र सरकार इस आयोग को कानूनी मान्यता देकर उसे कार्यिक और कानूनी अधिकार भी दे, ताकि हिन्दुओं पर होने वाले इस प्रकार के अन्याय लोकतांत्रिक रीति से उजागर हो तथा आगे की न्यायिक प्रक्रिया में बाधा ना आये.
9 ) मेरठ की हिन्दू लड़की के बाद अब ऐसी 4 लडकियां भी वहाँ मिली हैं ऐसी जानकारी है. ये सभी मुकदमें फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाकर उन लड़कियों को तथा उनके हिन्दू परिवारों को तुरंत न्याय दिया जाये.
विश्व हिन्दू परिषद ने सभी हिन्दुओं से आह्वान किया है आप के आस-पास, किसी भी राज्य में ऐसी घटनायें हो रही हैं, तो केंद्रीय गृह विभाग को, स्थानीय विश्व हिन्दू परिषद और हिन्दू हेल्प लाईन को इनकी जानकारी दें. अन्याय सहना, हिन्दू लड़कियों पर इस प्रकार का भयंकर अन्याय होने देना यह ऐसी जिहादी गुनाह्गारी को और बढ़ावा देता है. इसलिए, कानूनी प्रक्रिया से न्याय दिलाने के लिए, जानकारी दीजिये.