हत्या के आरोपी पुलिस गिरफ्त से बाहर, सरपंच, आरजेडी विधायक पर संरक्षण देने का आरोप
मधुबनी. कोरोना महामारी जंग से लड़ने के लिए जब पूरा देश पांच अप्रैल, रविवार को दीपक, मोमबत्ती, टॉर्च आदि जलाकर सारे धर्म, मजहब, जाति-पात भुलाकर एकता दिखा रहा था, तब बिहार के मधुबनी में एक मुस्लिम परिवार ने बुजुर्ग हिन्दू महिला कैली देवी की गला दबाकर हत्या कर दी. कसूर सिर्फ इतना था कि उसने भी घर की लाइटें बंद करके दीपक जलाने का आग्रह किया था. हत्या करने के बाद आरोपी फरार हो गए.
मामला मधुबनी जिले के रहिका क्षेत्र के सतलखा गांव का है. जहां प्रधानमंत्री मोदी की अपील पर रविवार रात को गांव में लाइट बंद करके दीप जलाए गए. तभी मोहल्ले में रह रहे एक मुस्लिम परिवार में लाइट जल रही थी. इस पर आस-पास रहने वाले एक हिन्दू परिवारों ने जाकर उनसे बल्ब बंद करने का आग्रह किया. लेकिन मुस्लिम परिवार ने बल्ब बंद करने से मना करते हुए झगड़ा व गाली गलौच शुरू कर दिया, कैली देवी ने मना किया तो गुस्से में आकर वृद्ध महिला का गला दबा दिया. महिला को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. मृतक महिला के बेटे सुरेंद्र मंडल ने थाने में मुस्लिम परिवार के खिलाफ अपनी मां की हत्या करने का आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज कराया है. जिसके बाद थानाध्यक्ष ने घटना स्थल पर पहुंचकर ग्रामीणों से पूछताछ की.
घटना के 24 घंटे बीतने के बाद भी प्रशासन आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाया है. इतना ही नहीं यहां के सरपंच इन हत्यारोपियों को पनाह दे रहा है. घटना के बाद सभी आरोपी फरार होकर सबसे पहले सरपंच के पास गए थे. सरपंच आरोपियों को बचाने का पूरा प्रयास कर रहा हैं.
मधुबनी के विधानपार्षद सुमन महासेठ ने कहा कि सतलखा गाँव में जहाँ पर यह घटना हुई है, वहाँ पर कुछ घर इस्लाम धर्म को मानने वालों के हैं. जब हिंदू परिवारों ने उनसे लाइट बंद कर दीप जलाने के लिए कहा, तो वो गाली-गलौज करने लगे. इसी बीच कैली देवी उनको मना करने गईं कि गाली-गलौज क्यों करते हो, ये सब मत करो. तभी उन लोगों उनका गला पकड़कर धक्का दे दिया, वो गिर पड़ी और उनकी मौत हो गई.