मालदा. पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में समुदाय विशेष की रैली ने अचानक हिंसक रूप ले लिया. रैली में काफी संख्या में समुदाय के लोग शामिल थे. हिंसक भीड़ के सामने जो आया, उसका शिकार बना. यहां तक कि पुलिस स्टेशन भी हमले का शिकार हुआ तथा पुलिस स्टेशन में तैनात पुलिस कर्मियों को जान बचाने के लिए वहां से भागना पड़ा. सरकारी बस, जिप्सी सहित 25 वाहनों को आग के सुपुर्द कर दिया. पुलिस ने तनाव के बाद क्षेत्र में धारा 144 लगा दी है. दूसरा स्थानीय लोग सारे मामले को सुनियोजित रूप से अंजाम देने की बात भी कह रहे हैं. घटना ने कई सवाल भी खड़े किये हैं. सरकार के रवैये तथा असहिष्णुता, दादरी घटना सहित अन्य घटनाओं पर चर्चाएं, बहस करने वाला मीडिया भी सूचना देकर काम पूरा कर रहा है.
दरअसर, दिसंबर माह के पहले सप्ताह में उत्तर प्रदेश में हिन्दू महासभा के नेता ने आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. जिसे लेकर विभिन्न स्थानों पर विरोध प्रदर्शन हुए थे, जिसके बाद पुलिस ने नेता के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है. घटना एक माह बाद विरोध रैली निकाली जा रही थी. घटना रविवार की है और इसमें हजारों लोग शामिल थे.
कमलेश तिवारी के विरोध में विरोध रैली रखी गई थी, जिसमें काफी संख्या में समुदाय के लोग शामिल थे. सभी कमलेश को फांसी दिए जाने की मांग कर रहे थे. रैली के दौरान विरोध करते हुए प्रदर्शनकारी राष्ट्रीय राजमार्ग पर उतर आए. इस दौरान राजमार्ग से जा रही बस के यात्रियों से रैली में शामिल लोगों से पहले बहस हुई, उसके बाद भीड़ ने बस पर हमला कर दिया, यात्री किसी तरह बचकर भाग गए. कुछ देर बाद मालदा से आ रही बीएसएफ की गाड़ी में भी आग लगा दी. उसके बाद भीड़ पुलिस थाने (कालियाचक) की ओर बढ़ी, थाने में तोड़ फोड़ की गई तथा आग लगा दी गई, पुलिस कर्मी जान बचाने के लिए वहां से भाग गए. क्षेत्र के कुछ घरों में लूटपाट की गई, और आग लगाई गई.
पुलिस ने घटना के एक दिन बाद दो शिकायतें दर्ज की हैं, एक सरकारी संपत्ति को नष्ट करने तथा दूसरा पुलिस कर्मियों को जान से मारने का प्रयास करने मामले में. बीएसएफ की ओर से सीमावर्ती क्षेत्रों में बढ़ाई गई है, जिससे स्थिति और न बिगड़े. जिला भाजपा अध्यक्ष सुब्रत कुंडू ने बताया कि एक प्रतिनिधि दल ने घटना की जानकारी के लिए क्षेत्र का दौरा किया.
वहीं क्षेत्र में तनाव बरकरार है, पुलिस ने भाजपा के विधायक और उनके दस समर्थकों को गिरफ्तार किया है. ये सभी कालियाचक की ओर जा रहे थे. पुलिस ने मामले में अभी तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस तथा सुरक्षा बलों ने संयुक्त ऑपरेशन में जाली नोट भी बरामद किये हैं, जो स्थानीय लोगों की मदद से सीमा पार से आए हैं. ये देश के अन्य हिस्सों में पहुंच पाते उससे पहले ही सुरक्षा बलों ने जब्त कर लिया है. संयुक्त टीम ने कुछ संदिग्धों की सूची भी बनाई है, जिन पर नजर रखी जा रही है.