शिमला (विसंकें). मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की हिमाचल इकाई के प्रदेश संयोजक केडी हिमाचली ने राम मंदिर पर सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि जब अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य शुरु होगा, तब हिमाचल से मुस्लिम कारसेवकों का जत्था अयोध्या जाएगा व राम मंदिर निर्माण में सहयोग करेगा.
केडी हिमाचली ने बिलासपुर में आयोजित प्रेसवार्ता में पुनर्विचार याचिका दायर करने वालों की आलोचना करते हुए कहा कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड भारतीय मुसलमानों का प्रतिनिधि नहीं है, बल्कि वह एक स्वयंसेवी संस्था है. कुछ लोग न्यायालय के निर्णय का विरोध कर रहे हैं, जबकि नब्बे प्रतिशत मुस्लिम इसका विरोध नहीं कर रहे हैं. विरोध करने वाले देश के शांतिपूर्ण माहौल को खराब करना चाहते हैं औक अपना स्वार्थ साधना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि औवेसी जैसे नेता भी भारतीय मुसलमानों के ठेकेदार नहीं हैं. देश भर में हिन्दू व मुस्लमान समाज शांति चाहता है, और देश की तरक्की के लिए बराबर हिस्सेदार बनकर भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए आगे बढ़ रहा है.
केडी हिमाचली ने रामजन्म भूमि के निर्णय ऐतिहासिक बताया. उन्होंने कहा कि हम सब मुसलमान निर्णय का स्वागत करते हैं. उन्होंने पूरे देश के मुस्लमानों से आह्वान किया कि बांटने वालों से बचना है, और देश की एकता अखंडता आपसी भाईचारे को आंच न आए, ऐसा माहौल बनाना है. उन्होंने कहा कि मुसलमानों के लिए मक्का-मदीना और सिक्खों के लिए स्वर्ण मंदिर जितना पूजनीय है. वैसे ही हिन्दुओं के लिए रामजन्मभूमि अयोध्या का महत्व है. सरकार या राममंदिर निर्माण ट्रस्ट जब भी निर्माण कार्य शुरू करेगा, तो मुसलमान जत्थों में जाकर राम मंदिर निर्माण में सेवा करेंगे. प्रेसवार्ता में वरिष्ठ नेता मुनीर अख्तर लाली और युसुफ भी उपस्थित रहे.