नई दिल्ली. विश्व हिन्दू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष श्री प्रवीण तोगड़िया ने अपने बयान को तोड़-मरोड़कर प्रकाशित-प्रसारित करने के आरोप में संबंधित मीडिया संस्थानों को कानूनी नोटिस भेजा है. श्री तोगड़िया के वकील ने टाइम्स ऑफ इण्डिया को भेजे कानूनी नोटिस में आरोप लगाया है कि इस अंग्रेजी दैनिक ने उनके बयानों को पूरे देश के प्राय: समस्त संस्करणों में भ्रामक ढंग से प्रकाशित किया है. इसके अलावा इंडियन एक्सप्रेस और टीवी न्यूज चैनल टाइम्स नाउ के साथ ही अन्य मीडिया संस्थानों को भेजे कानूनी नोटिस में आरोप लगाया गया है कि श्री तोगड़िया की सामाजिक छवि को नुकसान पहुंचाने और उनके करियर पर धब्बा लगाने का प्रयास किया गया है.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह सम्पर्क प्रमुख श्री राम माधव ने इस बात से इंकार किया कि श्री तोगड़िया ने कोई विवादास्पद बयान दिया है. उन्होंने कहा, “ मैंने श्री तोगड़िया से बातचीत की है. उन्होंने ऐसा कोई बयान देने से पूरी तरह से इंकार कर दिया है. इसे तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है. श्री राम माधव ने कहा कि “कोई भी स्वयंसेवक ऐसी विभाजनकारी सोच नहीं रखता. वह सब लोगों को एक समान देखते हैं.”
चल रहे घटनाचक्र के बीच, मुख्य चुनाव आयुक्त वीएस सम्पत ने कहा है कि यह मामला पुलिस के विवेचनाधीन है. ज्ञातव्य हो कि कांग्रेस ने इस मामले की शिकायत चुनाव आयोग से की है. भावनगर के जिलाधिकारी और रिटर्निंग ऑफीसर प्रवीण कुमार सोलंकी ने टेलिफोन पर बताया कि चुनाव आयोग के अधिकारी तोगड़िया के बयान की रिकार्डिंग हासिल करने में लगे हैं. जाहिर है कि रिकार्डिंग सुनने के बाद ही सचाई सामने आ पायेगी, लेकिन उससे पहले ही दिल्ली की फतेहपुरी मस्जिद के मुफ्ती मुकर्रम, दारुल उलूम वक्फ के वरिष्ठ उस्ताद मुफ्ती आरिफ और अनेक राजनीतिक दलो के नेताओं ने कड़ी आलोचना शुरू कर दी.