भागलपुर: ‘लव जेहाद’ के तहत सोनम छात्रा का जबरन धर्म परिवर्तन करा कर विवाह कराने के विरोध में मंगलवार, 9 सितंबर को भागलपुर बंद का व्यापक असर दिखाई दिया. स्वत: स्फूर्त बंद के दौरान बंद समर्थकों और पुलिस के बीच भिड़ंत हुई. पुलिस के लाठीचार्ज में दस से अधिक लोग घायल हो गये.
पुलिस और बंद समर्थकों की बीच हुई झड़प के दौरान पुलिस ने सत्याग्रहियों पर लाठियां भांजीं, जिससे 10 से अधिक लोग घायल हो गये. बंद समर्थकों ने विक्रमशिला एक्सप्रेस को लगभग 30 मिनट तक रोके रखा. शहर के मध्य स्थित लोहिया पुल के पास शांतिप्रिय ढंग से सत्याग्रही बंद के समर्थन में धरने पर बैठे थे, जिन्हें दिन के दो बजे पुलिस ने बलपूर्वक हटाने की कोशिश की. इस पर दोनो पक्षों में कहा-सुनी होने लगी. सत्याग्रही महात्मा गांधी की परंपरा का निर्वहन करते हुए शांतिप्रिय ढंग से धरने पर बैठने को तत्पर थे. वहीं पुलिस बंद को विफल कराने तथा सत्याग्रहियों को तितर-बितर करने पर आमदा थी. सत्याग्रही कुछ समझ पाते इसके पहले ही पुलिस ने उन पर प्राणघातक हमला शुरू कर दिया.
रेलवे कॉलोनी निवासी तथा विद्यार्थी परिषद् के नगर मंत्री आनंद कुमार के सिर पर पुलिस ने लाठी मारी. परंतु ईश्वर की कृपा से वह बच गये, परंतु वे लाठी खाते ही मूर्छित हो गये. इसी प्रकार बूढ़ानाथ निवासी रौशन सिंह, नया नगर निवासी रवि कुमार, हेमंत मिश्र, तिलकामांझी में रहने वाले कर्ण सिंह, विश्व हिंदू परिषद् के पूर्व नगर मंत्री खलीफाबादवासी सुरेश शाह, नीतीश, गुंजन इत्यादि भी पुलिस के बल प्रयोग के शिकार हुये.
इन सभी घायलों को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटना की निंदा करते हुए विश्व हिंदू परिषद् के प्रदेश संगठन मंत्री अनिल कुमार सिंह ने कहा कि बिहार में तुगलकी राज चल रहा है. यहां तो शांतिप्रिय ढंग से प्रदर्शन करना भी गुनाह है. जनता दंभी शासन को जरूर सबक सिखायेगी. उन्होंने बता या कि पुलिस के इस लोकतंत्र विरोधी और तानाशाहीपूर्ण रवैये के विरोध में कल यानी 11 सितंबर को सायं 5 बजे पुलिस प्रशासन और मुख्यमंत्री की प्रतीकात्मक शव यात्रा निकाली जायेगी. यह यात्रा नगर के प्रमुख मार्गों से गुजरेगी और अंत में दहन कर्म के माध्यम से आक्रोश प्रदर्शन किया जायेगा.
बंद में विश्व हिंदू परिषद के अतिरिक्त राष्ट्रपीय स्वयंसेवक संघ, भारतीय जनता पार्टी, छात्र संघर्ष समिति, स्वदेशी जागरण मंच, विद्यार्थी परिषद, सहित करीब आधा दर्जन संगठनों के कार्यकर्ता शामिल थे. इस दौरान मुख्य बाजार पूरी तरह बंद रहा. वेरायटी चौक पर बंद समर्थक डीसीएलआर से उलझ गये. बंद का यातायात पर मिला-जुला असर देखा गया.
बंद के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये थे. सदर एसडीओ सुनील कुमार, सिटी एएसपी वीणा कुमारी स्वयं गश्त लगा रहे थे. बंद के दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष नभय कुमार चौधरी, नगर अध्यक्ष विजय साह, निरंजन साह, सज्जन अवस्थी, योगेश पांडे, प्रदीप जैन, अभय वम्र्मन, रोशन सिंह, विहिप के विभाग संपर्क प्रमुख राकेश सिन्हा आदि मुख्य रूप से सक्रिय थे.
बंद समर्थक सुबह 9 बजे के बाद बाजार बंद कराने पहुंच गये थे. लेकिन पूर्व से घोषित बंद की वजह से दुकानें पहले से ही नहीं खुलीं थीं. बंद का असर बैंक, एटीएम, पेट्रोल पंप, सिनेमा हॉल सहित स्कूल, कॉलेजों पर भी देखा गया. बाजार क्षेत्र के सारे एटीएम व बैंक बंद रहे. मुख्य बाजार, स्टेशन चौक, दवाई पट्टी में दवा दुकान को छोड़ सारी दुकानें बंद रहीं. खलीफाबाग, डॉ आरपी रोड, शाह मार्केट, मारवाड़ी टोला लेन, हड़िया पट्टी, डीएन सिंह रोड, आदमपुर चौक, घंटाघर चौक, पटल बाबू रोड की भी सारी दुकानें बंद रहीं.